जब मैंने समाजवादी पार्टी का गठन किया था तब अखिलेश दो साल के थे : मुलायम सिंह यादव 

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   11 Jan 2017 4:11 PM GMT

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जब मैंने समाजवादी पार्टी का गठन किया था तब अखिलेश दो साल के थे :  मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य मुलायम सिंह यादव।

लखनऊ (भाषा)। समाजवादी पार्टी में दो फाड़ के बाद एकजुटता के प्रयासों की कड़ी में मुलायम सिंह यादव ने आज कहा कि वह पार्टी को एकजुट रखना चाहते हैं और इसे टूटने नहीं देंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह साइकिल को रखना चाहते हैं।

मुलायम ने यहां सपा के प्रदेश मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कार्यकर्ताओं और जनता पर पूरा भरोसा है कि पार्टी को टूटने नहीं देंगे। समाजवादी पार्टी का ना तो नाम बदलेंगे और ना ही चिह्न बदलेंगे .... हम पार्टी को एक रखना चाहते हैं और साइकिल भी रखना चाहते हैं।''

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव मुख्यमंत्री हैं और अगले मुख्यमंत्री भी होंगे, यह भी (मुलायम ने) घोषित कर दिया है। साथ ही अखिलेश से कहा, ‘‘आप ऐसे लोगों के पास क्यों जा रहे हो, जिन्होंने फंसाया है, किसी विवाद में मत पड़ना। हम किसी भी कीमत पर पार्टी की एकता चाहते हैं।''

मुलायम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आप हमारा सहयोग करें और समर्थन करें। यही वायदा कर दें कि आप हमारे साथ रहेंगे और पार्टी को बचाएंगे। हम पार्टी को बचाना चाहते हैं और यही कहना चाहते हैं कि हमारी सपा और हमारी साइकिल बची रहे।

उन्होंने भावुक होते हुए कहा, ‘‘अब क्या बचा मेरे पास। कुछ नहीं बचा। आपने (कार्यकर्ता) सही बोला। जो मेरे पास था, पूरा का पूरा दे दिया। अब मेरे पास क्या है .... मेरे पास आप लोग हैं, मेरे पास कार्यकर्ता है, जिसने संघर्ष किया। मेरे पास जनता है जिसने समर्थन दिया। जनता की बदौलत आज हम यहां हैं और तब नेता बने हैं।''

शिवपाल के साथ आज मुलायम ने कहा रामगोपाल ने मोटर साईकिल चिन्ह और अखिल भारतीय समाजवादी पार्टी वनाने की साजिश की। हम ना पार्टी का नाम बदलेंगे ना सिम्बल वदलेंगे।

मुलायम ने कहा कि पार्टी को बनाने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की है, तकलीफें झेली हैं। उन्होंने 1977 की इमरजेंसी देखी है। ‘‘हम चाहते हैं कि हमारी पार्टी की एकता में बाधा ना पड़ेे। बहुत संघर्ष से सपा खड़ी हुई है।''

मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मैंने गरीबी में जीवन बिताया। इमरजेंसी देखी और पार्टी को बनाने के लिए लाठियां खाईं। यादव ने कहा, मैंने सपा का गठन आपातकाल के दौरान किया था तब अखिलेश यादव महज दो साल के थे।

इस दौरान मुलायम के भाई शिवपाल यादव उनके करीब खड़े थे।

मुलायम ने कार्यकर्ताओं और जनता का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने ही दो-दो जगह से उन्हें (लोकसभा) चुनाव लड़ाया और दोनों जगह भारी बहुमत से जिताया।

रामगोपाल सपा को तोड़ने पर उतारू : मुलायम

मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर रामगोपाल यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के इशारे पर वह सपा को तोड़ने में लगे हुए हैं। मुलायम ने यह भी कहा कि पिछले कुछ दिनों में रामगोपाल भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से कई बार मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि बेटा, बहू के इशारे पर रामगोपाल यह सब कर रहे हैं। वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से चार बार मिल चुके हैं।

      

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