माया का मोदी पर हमला, बोलीं-मिथ्या और भ्रामक प्रचार में जुटे हैं प्रधानमंत्री
गाँव कनेक्शन 26 Oct 2016 6:55 PM GMT

लखनऊ। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने आज फिर प्रधानमंत्री पर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि प्रदेश में होने वाले विधानसभा आमचुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अपनी पार्टी की खस्ताहाल स्थिति के मद्देनज़र ‘‘मिथ्या व भ्रामक प्रचार‘‘ की भूमिका में उतर आना आलोचनात्मक है। उन्होंने प्रधानमंत्री की तीखी आलोचना करते हुये कहा कि वास्तव में श्री मोदी ने यह कहकर अपना मज़ाक खुद उड़ाया है कि सपा-बसपा आपस में मिले हुये हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश में भ्रम फैला रहे हैं कि सपा और बसपा मिली हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हालांकि अभी विधानसभा चुनाव के लिये तिथि की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी पार्टी भाजपा की तरह ही, मिथ्या व भ्रामक प्रचार में अभी से जुट गये हैं और इस क्रम में ऐसी ग़लतबयानी कर रहे हैं जो उत्तर प्रदेश व देश के लोगों के गले के नीचे कतई उतरने वाली नहीं है।
मायावती ने कहा कि 24 अक्टूबर को बुन्देलखण्ड में महोबा में रैली के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा अपने भाषण में बसपा का सपा के साथ आपसी मिलीभगत होने के आरोप के जवाब में मायावती ने एक बयान में कहा कि 02 जून सन् 1995 को लखनऊ के स्टेट गेस्ट हाऊस में सपा नेतृत्व द्वारा उन पर कराये गये जानलेवा हमले के ‘‘अक्षम्य अपराध‘‘ के बाद बी.एस.पी. ने कभी भी सपा से कोई नाम मात्र का भी सियासी मेल-जोल नहीं रखा है। तब से लेकर आज तक लगभग 21 वर्षों की लम्बी अवधि में बी.एस.पी. हर स्तर पर व हर मोर्चे पर सपा की आपराधिक चाल, चरित्र व चेहरे का लगातार विरोध करती रही है और इस क्रम में कभी भी राजनीतिक व चुनावी लाभ-हानि पर ध्यान नहीं दिया है, जिसका गवाह आज तक का उत्तर प्रदेश व देश का तत्कालीन राजनीतिक इतिहास है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में पार्टी के स्तर के साथ-साथ सरकार में रहते हुये भी बी.एस.पी. ने सपा के भ्रष्टाचार व उसके राजनीति के अपराधीकरण का काफी डटकर विरोध किया है और इस सम्बन्ध में सख़्त फैसले लेकर कानूनी कार्रवाई भी की है। फिर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजनीति करने पर ही अमादा लगते हैं।
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