भाजपा हमेशा के लिये जायेगी ‘वनवास’:मायावती

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भाजपा हमेशा के लिये जायेगी ‘वनवास’:मायावतीमायावती, बसपा प्रमुख

लखनऊ। नोटबंदी के कारण आम लोगों को हो रही समस्याओं की निंदा करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने इन समस्याओं को दूर करने की मांग मोदी सरकार से की। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण पूरे देश में अफरा-तफरी व त्राहि-त्राहि मची है, आर्थिक इमरजेन्सी जैसे हालात हैं। फैसला 100 फीसदी राजनैतिक स्वार्थ से भरा है।

मायावती ने कहा कि मोदी सरकार लगभग ढाई वर्षों के कार्यकाल में असफल रही है। विफलता पर से जनता का ध्यान बांटने के लिये ही 500 व 1000 रुपये के नोटों पर पाबन्दी लगाई, इनका यह फैसला 100 फीसदी राजनैतिक स्वार्थ से भरा है। उन्होंने कहा जैसे सन् 1975 में, कांग्रेस पार्टी के समय में लगी राजनैतिक इमरजेन्सी से यह पार्टी सन् 1977 में देश में लोकसभा के हुये चुनाव में पूरेतौर से साफ हो गई थी।

ठीक उसी प्रकार से अब उत्तर प्रदेश सहित देश के पांच राज्यों में बहुत जल्दी ही होने वाले विधानसभा आमचुनाव के साथ ही आगे सन् 2019 में होने वाले लोकसभा आमचुनाव में भी फिर यह भारतीय जनता पार्टी भी, अपनी इस लगायी गई ‘‘आर्थिक इमरजेन्सी’’ की वजह से पूरेतौर से साफ हो जायेगी। फिर यह भारतीय जनता पार्टी केन्द्र व राज्यों की सत्ता से भी हमेशा के लिये ‘वनवास’ में चली जायेगी।

मायावती ने कहा कि वैसे भी, सरकार के जिस फैसले से देश की लगभग 90 फीसदी आमजनता पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़े, तो फिर वह फैसला देश व जनहित का भला कैसे हो सकता है? उन्होंने इतना ही नहीं बल्कि अपने इस गलत फैसले को सही व ठीक साबित करने के लिये, खासकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का, बार-बार भावनात्मक होना व आंसू बहाना, तो यह सब जनता के हितों को ब्लैकमेल करना नहीं है, तो और क्या है?

जनहित से खिलवाड़ गलत

मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कहना कि मैंने अपना घर-परिवार सब कुछ देश के लिये छोड़ा है, तो यह अच्छी बात है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे ‘‘जनहित’’ से खिलवाड़ करते हुये, पूरे देश की जनता को पीड़ा पहुंचाने वाले अधकच्चे व अपरिपक्कव फैसले लें और फिर उन्हें लागू करवाने के लिये अपना तानाशाही व अड़ियल रवैया अपनाये। जो यह वास्तव में अपने देश के ‘‘लोकतन्त्र’’ पर एक जबरदस्त कुठाराघात है, इसकी जितनी भी निन्दा की जाये, वह कम होगी।

उन्होंने कहा कि यह कैसी विडम्बना है कि अपने देश की लगभग 90 फीसदी आमजनता, अपने खुद के पैसे के लिये ही अब इस मोदी के राज में देर रात्रि से ही खुले आसमान के नीचे, लाईन लगाकर खड़ी रहती है और साथ ही पुलिस के लाठी-डण्डे भी खा रही है।

बसपा सड़क से संसद तक विरोध करेगी

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा, बिना पूरी तैयारी के लिये गये नोटबन्दी के फैसले के विरोध में, बी.एस. पी., अपने हित में नहीं बल्कि देश व जनहित में, संसद के अन्दर व बाहर भी पूरी दमदारी व ईमानदारी के साथ आवाज उठा रही है। क्योंकि बी.एस. पी., आमजन पीड़ा को अपनी ही पीड़ा समझती है। लेकिन केन्द्र सरकार की इस नोटबन्दी से बी.एस. पी. के ऊपर कुछ भी प्रभाव पड़ने वाला नहीं है, क्योंकि बी.एस. पी. अपने नोट, दूसरी पार्टियों की तरह, तिजोरियों में ना रखकर अधिकांश, अपनी पार्टी के बैंक खाते में ही रखती है।

    

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