योगी की ताजपोशी पर बोली महिलाएं, ‘सड़कों पर चलें तो लगे कि हम महफूज़ हैं’

Swati ShuklaSwati Shukla   20 March 2017 5:24 PM GMT

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योगी की ताजपोशी पर बोली महिलाएं, ‘सड़कों पर चलें तो लगे कि हम महफूज़ हैं’यूपी की नई सरकार से महिलाएं चाहती हैं अपनी सुरक्षा

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि हमने बीजेपी सरकार पर भरोसा जताकर उनको वोट दिया है। अब यूपी में उनकी सरकार है। ऐसे में चुनाव के पहले जो वादे किए हैं, अब उनको पूरा करें। मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक के बारे में अपने घोषणापत्र में लिखा है। इस मसले पर हमने उनका बढ़-चढ़कर समर्थन किया है।

गाँव कनेक्शन के संवाददाता ने जब मुस्लिम महिलाओं से आदित्यनाथ योगी के सीएम बनने पर उनकी राय जाननी चाही तो महिलाओं ने अलग-अलग मुद्दे पर बात की। जिला मुख्यालय से 15 किमी. दूर निजामपुर मल्हौर गाँव की रहने वाली शाहिदा सिद्दीकी (29 वर्ष) बताती हैं, “गाँव में रहने वाली महिलाएं हों या शहर में रहने वाली महिलाएं, हम सब कहीं भी महफूज नहीं हैं। सरकार मुस्लिम महिलाओं को इतना प्रोत्साहित करे कि वो आगे बढ़ें। प्रदेश में कानून व्यवस्था इतनी अच्छी की जाए कि हम महिलाऐं जब सड़कों पर चलें तो लगे कि हम महफूज हैं।

इंशिया नकवी (30 वर्ष) बताती हैं, “बीजेपी की जीत के बाद हमें भी लग रहा है कि एक नया परिवर्तन देखने को मिलेगा और यहां पर कानून व्यवस्था अच्छी हो जाएगी। महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए जोर देगी यह सरकार, जिससे वो आगे बढ़ सकते हैं।”

पुराने लखनऊ चौपटिया की रहनेवाली एमन नियाज़ (26 वर्ष) बताती हैं, “अब सरकार तीन तलाक का मुद्दा जड़ से उखाड़ कर फेंक दें। गाँव में रहने वाली महिला आज भी आजाद नहीं है और बेरोजगार है, उनको रोजगार मिल जाए, जिससे वो आत्मनिर्भर बनें। पारिवारिक शोषण के विरोध में अपनी आवाज लगा सकें।”

वहीं, अमरीक खान (44 वर्ष) ने कहा, “यूपी में किसी भी मुख्यमंत्री ने आज तक उनके लिए क्या किया? पिछले कई सालों से जो मुस्लिम महिलाओं के वोट पाने के लिए उनसे वादे किए, पर किसी भी नेता वादे पूरे नहीं किए। इस बार बीजेपी पर भरोसा जताया है। लग रहा है कि एक अलग तरीके से हम लोगों के लिए काम करेगी और अलग तरीके का परिवर्तन होगा।”

जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर शीश महल की रहने वाली बेबी फतीमा (53 वर्ष) कहती हैं, “यह सरकार जाति-धर्म पर काम नहीं करेंगी, सबको साथ लेकर चलेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि अभी तक जाति के नाम पर वोट मांगे जाते थे, जाति के आधार पर राजनीति होती थी। मगर अब बीजेपी सरकार से उम्मीद है कि वो जाति के आधार पर काम न करे और सबको साथ लेकर चले।”

बीजेपी के घोषणा पत्र में महिलाओं के लिए कही गई बातें

  • ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं से राय लेकर यूपी की भावी बीजेपी सरकार सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखेगी।
  • सभी लड़कियों को ग्रेजुएशन तक की शिक्षा नि:शुल्क होगी।
  • कानून व्यवस्था 45 दिनों में दुरुस्त करने का वादा।
  • महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनेंगे एंटी रोमियो दल और गठित होगी 101 फास्ट ट्रैक कोर्ट।

बढ़नी चाहिए मुस्लिम महिलाओं की भागीदारी

गैर सरकारी संगठन में मुस्लिम महिलाओं के साथ लगातार काम करने वाली नाहिदा अकील बताती हैं, “चुनाव में महिलाओं की भागीदारी बहुत कम थी। राजनीति में इस्लाम धर्म की मुस्लिम महिलाओं की भागीदारी बढ़नी चाहिए। मुस्लिम पुरुषों के शोषण की वजह से भागीदारी कम हो गई। बीजेपी सरकार से यही कहना है कि आने वाले आगे मेयर के चुनाव और सभासद के चुनाव में मुस्लिम महिलाओं को टिकट दें।” उन्होंने आगे कहा, “इससे वह भी एकताकत बन सकें और राजनीति में अपना हिस्सा बनाऐं। इसके अलावा तीन तलाक जैसे मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने का प्रयास करे।”

आंकड़ों की नज़र में

  • वर्ष 2015-16 में अकेले उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा के मामलों की संख्या 6,110 थी, जबकि दिल्ली में 1,179, हरियाणा में 504, राजस्थान में 447 और बिहार में 256 मामले दर्ज हैं।
  • पिछले चार वर्षों से 2015 तक महिलाओं के खिलाफ अपराध में 34 फीसदी की वृद्धि हुई है।

स्रोत: राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी)


         

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