गवर्नर से मिले अखिलेश, 205 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा

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गवर्नर से मिले अखिलेश, 205 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपाराज्यपाल राम नाईक के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव। फाइल फोटो

लखनऊ। यूपी में तेजी से बदलते राजनैतिक घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार दोपहर अचानक राज्यपाल राम नाईक से मिलने के लिए पहुंचे। राज्यपाल राम नाईक को अखिलेश ने राज्य के सियासी परिदृश्य की जानकारी दी। उनको बताया कि राज्य में इस समय हालात क्या हैं। सुबह मंत्री पवन पांडेय की सपा बर्खास्तगी के बाद जिस तरह से बिना मुख्यमंत्री की मर्जी के एक मंत्री अपदस्थ हुआ, उसके बाद के हालातों पर सीएम की राज्यपाल से चर्चा हुई। जबकि कहा यहां तक जा रहा है कि सीएम ने खुद का समर्थन करने वाले 205 विधायकों के बारे में जानकारी राज्यपाल को दे दी है।

दोपहर करीब 1:00 बजे सीएम अखिलेश का काफिला राजभवन की ओर चल पड़ा। उनके राजभवन पहुंचने की खबर फैलते ही सियासी सरगरमियां तेज हो गईं। मीडिया का हुजूम राजभवन की ओर उमड़ पड़ा। कहा जा रहा था कि सीएम राज्यपाल को दीपावली की शुभकामनाएं देने गए हैं। जबकि 205 विधायकों का एक समर्थन पत्र दिये जाने के बारे में भी कहा जाता रहा। खबर यह भी आ रही थी कि चार बर्खास्त मंत्रियों के अलावा पवन पांडेय के अतिरिक्त किसको और मंत्री बनाने के लिए कब शपथग्रहण हो सकता है, इस पर मुख्यमंत्री बात करने गये थे। मगर मुख्य प्रकरण प्रदेश के सियासी हालात ही हैं। सूत्रों का कहना है कि राज्यपाल पिछले दो दिन से मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के लिए बुलवा रहे थे। मगर समय की कमी के चलते सीएम नहीं जा सके थे। जिसके बाद में वे आज मुलाकात करने पहुंचे थे।

डेंगू को लेकर तल्ख टिप्पणी पर भी राज्यपाल ने की बात

इस सियासी माहौल के बीच सरकार किस तरह से काम कर रही है। डेंगू को लेकर उच्च न्यायालय ने जो तल्ख टिप्पणी की है, उस पर भी राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से बातचीत की है। मुख्यमंत्री की ओर से राज्यपाल को जरूरी जानकारियां दी गईं। सूत्रों का कहना है कि उनकी सरकार के समर्थन में खड़े 205 विधायकों की सूची भी सीएम ने एक पत्र के माध्यम से राज्यपाल को प्रेषित की है।

केंद्र की यूपी के घटनाक्रम पर पैनी नजर

इस समय यूपी के जो भी सियासी हालात उन पर केंद्र सरकार की पैनी नजर है। यहां किसी तरह का कोई संवैधानिक संकट के हालात न बनें या फिर सरकार और सपा के बीच की ये तकरार कहीं प्रदेश प्रशासनिक संचालन में तो नहीं आड़े आ रही है, इन सारे मुद्दों पर राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से वार्ता की। करीब 45 मिनट तक सीएम और राज्यपाल के बीच की ये मुलाकात चली। जिसकी कोई भी औपचारिक जानकारी नहीं जारी की गई।

     

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