सरकार 100 मौतों के बाद भी संवेदनशील नहीं : मायावती
गाँव कनेक्शन 16 Dec 2016 9:01 PM GMT
नई दिल्ली (भाषा)। बसपा प्रमुख मायावती ने आज नरेंद्र मोदी सरकार पर उन 100 से अधिक लोगों के परिवारों के प्रति संवेदनशील नहीं होने का आरोप लगाया जो कथित रूप से नोटबंदी के चलते मर गए।
उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी से उत्पन्न समस्याएं 50 दिन की समयसीमा के समापन की ओर अग्रसर होने के बाद भी कम नहीं हो रही हैं। प्रधानमंत्री ने आठ नवंबर को बड़े पुराने नोटों का चलन बंद करने की घोषणा करते हुए कहा था कि शुरू में 50 दिनों तक कुछ असुविधा होगी।
उन्होंने संसद के बाहर संवादददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘100 से अधिक लोग नोटबंदी के चलते मर गए। लेकिन सरकार गंभीर नहीं है। उसने उन्हें एक रुपये की भी मदद नहीं पहुंचायी है। क्या यह सरकार संवेदनशील है?'' मायावती ने आरोप लगाया कि नोटबंदी का फैसला मोदी सरकार ने बिना किसी तैयारी के एवं राजनीतिक हितों को ध्यान में रखकर किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ दिनों बाद 50 दिनों का वक्त समाप्त होने जा रहा है लेकिन पूरे देश में स्थिति नहीं सुधरी है। ड्रामा करने के बजाय प्रधानमंत्री को देशहित में अपने राजनीतिक हित को एकतरफ रखना चाहिए तथा कमियों को दूर करना चाहिए एवं लोगों की समस्याएं समझनी चाहिए।'' उन्होंने कहा कि यदि देश में कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होगी तो उसके लिए प्रधानमंत्री स्वयं ही जिम्मेदार होंगे।
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