नुमाइश नहीं ले गए पिता तो बेटा पहुंचा थाने , इटावा पुलिस ने पूरी की इच्छा
Karan Pal Singh 7 Jan 2018 3:26 PM GMT
इस भागमभाग भरी जिंदगी में इंसान इतना व्यस्त हो गया है की अपने साथ-साथ अपने परिवार और बच्चों के लिए समय नहीं निकाल पा रहा है। शायद यही वजह है की रिश्तों से लोगों की दूरियां बढ़ रही है। रिश्तों की दूरियों को बयां करता एक ऐसा ही मामला इटावा जिले में सामने आया। एक बच्चा अपने पिता से इसलिए नाराज हो गया क्योंकि पिता उसे नुमाइश नहीं दिखा पा रहे थे। इसलिए इस बच्चे ने अपने पिता के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई। बच्चे की शिकायत सुनकर यूपी पुलिस ने बच्चे की मुराद पूरी की।
यूपी पुलिस ने एक शानदार पहल करते हुए इटावा जिले में नुमाइश नहीं दिखाने पर थाने में जाकर पिता की शिकायत करने वाले बच्चे की मुराद अंतत: पूरी कर दी। इटावा पुलिस ने शिकायत करने वाले बच्चे ओम नारायण गुप्ता समेत करीब 50 बच्चों को नुमाइश घुमाया, इडली-डोसा और आइसक्रीम खिलाया। उन्हें झूले भी झुलाए। पुलिस के इस कदम से बेहद खुश नजर आ रहे ये बच्चे बेहद गरीब परिवारों से थे और नुमाइश घूमना इनके लिए सपने के पूरे होने जैसा था।
इससे पहले सोशल मीडिया पर ओम नारायण गुप्ता का एक विडियो खूब वायरल हुआ था जिसमें वह अपने पापा की शिकायत कर रहे हैं। पापा के सख्त रवैये परेशान ओम थाने पहुंच गए और पुलिस से उनकी शिकायत की। बच्चे ने बताया, 'मैंने उनसे नुमाइश दिखाने के लिए कहा तो उन्होंने जाने नहीं दिया और मुझे मारा भी है।'
पुलिसकर्मियों ने पूछा कि तुम यहां क्यों आए हो तो उसने बताया, 'उन्होंने कहा जो कर पाओ कर लो। हम चाहते हैं कि आप कह दो तो वह हमें नुमाइश दिखाने ले जाएं।' बच्चा आगे बताता है कि रविवार को दुकान बंद रहती है, लेकिन तब भी वह घर पर नहीं रुकते हैं। मम्मी कहती रहती हैं कि घर पर रुको, मगर 5-6 घंटे के लिए निकल जाते हैं।
माता-पिता या जो भी अभिभावक हों, उन्हें अपने बच्चों और परिवार पर ध्यान देना चाहिए, ताकि वो संतुष्ट रहें। जो शिकायत लेकर बच्चा थाने पहुंचा, इससे सामाजिक दृष्टिकोण से एक इश्यू रेज हुआ है। जिस तरह से बच्चे ने नेचुरल रूप में अपनी पीड़ा बताया, ऐसा शायद ही होता है। इस पर सभी को ध्यान देने की जरूरत है।वैभव कृष्ण, एसएसपी इटावा
इटावा पुलिस ने 50 गरीब बच्चों को दिखाया नुमाइश
इसके बाद इटावा पुलिस ने ओम के साथ-साथ अन्य गरीब बच्चों को भी नुमाइश दिखाने का फैसला किया। इटावा के पुलिस अधीक्षक के आदेश पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली अनिल कुमार और महिला एसओ सुभद्रा वर्मा के साथ गरीब बच्चों की खोजबीन की गई। करीब 50 बच्चों को एक मिनी बस में बैठाकर नुमाइश ले जाया गया। यहां बच्चों को झूला झुलाया गया और उन्हें चाट, पकौड़ी, इडली, डोसा, गोलगप्पे खिलाए।
नुमाइश घूमने के दौरान पिता भी थे साथ
इसके बाद इन बच्चों को उनके मां-बाप के सुपुर्द कर दिया गया। नुमाइश घूमने के बाद ओम बेहद खुश हो गया। ओम के साथ उसके पापा भी आए थे। नुमाइश देखकर ये बच्चे बेहद प्रसन्न नजर आ रहे थे और उन्होंने 'पुलिस अंकल' को धन्यवाद दिया।
यूपी पुलिस ने अभिभावकों को बच्चों की उपेक्षा न करने की बात समझाई
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया, "पिता से नाराज होकर बच्चे के कोतवाली आने से स्थिति असहज थी। उससे पूछताछ की गई तो उसने नाराजगी की वजह बताई। पूछताछ के बाद उसकी भावनाओं का सम्मान और फरमाइश का ख्याल रखने का भरोसा देकर घर भेजा गया। बाद में एसएसआई राकेश कुमार ने घर जाकर अभिभावकों को समझाया कि बच्चों से संवाद करने के साथ उनको पर्याप्त समय दें। बच्चों की जरूरतों की उपेक्षा न करें।"
इस मामले पर आईपीएस नवनीत सिकेरा ने किया ये ट्वीट
अपने बेटे से कभी ना कहिएगा, जो कर पाओ कर लो। पुलिस कन्फ्यूज हो गई कि क्या करें? इटावा पुलिस अब बच्चे को नुमाइश लेकर गई है, जल्दी ही पिक्स क्लिप्स शेयर करूंगा।
ये था वायरल वीडियो...
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