संभल के 25 वर्षीय हारुन मुर्गी पालन के साथ स्वयं ही तैयार करते मुर्गियों का चारा 

दिति बाजपेईदिति बाजपेई   30 April 2017 11:31 AM GMT

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संभल के 25 वर्षीय हारुन मुर्गी पालन के साथ स्वयं ही तैयार करते मुर्गियों का चारा हारुन फार्म में10 हजार से भी ज्यादा हैं मुर्गियां।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

बरेली। मो. हारुन ने 10 महीने पहले दो हजार मुर्गियों से शुरुआत की और आज 10 हजार से भी ज्यादा मुर्गियों को पाल कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। यही नहीं अब वो मुर्गियों का आहार भी बनाने लगे हैं।

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संभल जिले से करीब दो किमी दूर शेबासपुरा इलाके में हारुन (25 वर्ष) का एक एकड़ में फार्म बना हुआ है। हारुन बताते हैं, “शुरुआत मैंने कम पक्षियों से की थी लेकिन जब धीरे-धीरे मुनाफा होने लगा तो और संख्या बढ़ा दी। इस समय हमारे फार्म में दस हजार पक्षी हैं।” व्यवसाय के बारे में हारुन बताते हैं, “मांस वाली मुर्गियों पर ज्यादा खर्चा भी नहीं आता है और कुछ ही दिनों में यह बिकने के लिए तैयार भी हो जाते हैं। इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए मैंने बरेली में पक्षी संस्थान में ट्रेनिंग भी ली थी।” हारुन फार्म में करीब 20 लोग काम कर रहे हैं।

मो. हारुन।

ब्रायलर मांस की जरूरत को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश में दो लाख कुक्कुट ब्रायलर दूसरे प्रदेशों से मंगाना पड़ता था। हारुन बताते हैं, “बाहर के फीड से पक्षियों को बीमारियां ज्यादा होती हैं। इसलिए हम खुद ही आहार बनाते हैं। मक्का, सरसों की खली, चावल की कंकी कई चीजों को मिला इनके लिए फीड तैयार करते हैं।” बरेली स्थित केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान के प्रभागाध्यक्ष डॉ. एबी मंडल बताते हैं, “संस्थान में बहुत से किसानों को समय-समय पर ट्रेनिंग दी जाती है। अब तक कई किसानों ने प्रशिक्षण लेकर लेयर और कॉमर्शियल फार्मिंग शुरु की है। इससे किसान अच्छा मुनाफा भी कमा रहे है। जो किसान यह व्यवसाय शुरू करते हैं, वो परामर्श लेकर ही काम करते हैं।”

सरकार दे रही 40 लाख रुपए का कर्ज

प्रदेश में कॉमर्शियल लेयर फार्मिंग और ब्रायलर इकाईयों की स्थापना के लिए प्रदेश साकर 40 लाख रुपए का लोन दे रही है। इसके साथ ही स्टैम्प ड्यूटी से लेकर फ्री में बिजली और मण्डी पर टैक्स छूट भी दे रही है। इस योजना का लाभ उठाकर आम लोग एक या दो इकाई स्थापित कर सकते हैं। इसकी शर्त है कि लेयर ईकाई के लिए तीन एकड़ और ब्रायलर के लिए 6 एकड़ जमीन होना जरूरी है। एक कामर्शियल लेयर ईकाई से सालाना 32 लाख का लाभ कमाया जा सकता है। इस योजना के लिए जो लोन दिया जा रहा है उसकी अदाएगी पांच साल में करनी है।

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