लखनऊ में ठग चला रहे थे फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज,  ISD कॉल को बनाते थे लोकल

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
लखनऊ में ठग चला रहे थे फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज,  ISD कॉल को बनाते थे लोकलगिरोह अवैध तरीके से आईएसडी कॉल के समानान्तर अवैध एक्सचेंज लंबे समय से चला रहे थे।

लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में स्पेक्ट्रम घोटालबाजों से बड़े जालसाजों को क्राइम ब्रांच की टीम ने रविवार को पकड़ा है। यह गिरोह अवैध तरीके से आईएसडी कॉल के समानान्तर अवैध एक्सचेंज लंबे समय से चला रहे थे। इस गैंग से जुड़े दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एसएसपी दीपक कुमार का कहना है कि, आरोपियों ने दुबई में रहने वाले अपने दोस्त से इस पूरे एक्सचेंज को चलाने का आइडिया लिया था। जिसके बाद वह राजधानी में आकर अवैध एक्सचेंज चलाने लगे थे।

एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि, गोरखपुर के जफर कॉलोनी निवासी नूर मोहम्मद और गोरखुपर के करमाई बुजुर्ग सेला भटोलिया निवासी मनोज कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने बताया कि वह विदेश से आने वाली फोन कॉल को इंटरनेट के माध्यम से लोकल कॉल में कनवर्ट कर देते थे, जिससे फोन कॉल नेशनल गेटवे से नहीं आती थी। आरोपियों ने बताया कि विदेशी कॉल की मॉनीटरिंग करना संभव नहीं होता है।

ये भी पढ़ें- लखनऊ में पिता ने ही की बेटी की 5 गोलियां मारकर हत्या, पढ़िए क्या था मामला

लिहाजा वह हजरतगंज के तेज कुमार प्लाजा में एक एक्सचेंज का सेटअप लगाए हुए थे। वहीं आरोपी नूर मोहम्मद ने बताया कि, उसके गांव का साथी नसीम दुबई में रहता है, जिसके पास वह दो बार गया था। इस दौरान उसके साथी नसीम ने ही अवैध एक्सचेंज चलाने की जानकारी दी थी। आरोपी नूर मोहम्मद दुबई से लौटने के बाद राजधानी में आकर अवैध एक्सचेंज संचालित करने लगा था। आरोपियों के बैंक खाते की पड़ताल की जा रही है। जिससे अवैध तरीके से कमाई के रुपयों के बारे में पता लग सकेगा।

हालांकि पुलिस को आशंका है कि, आरोपियों ने अवैध एक्सचेंज के जरिए लाखों रुपये कमाये हैं। उधर पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि, करीब चार माह से अवैध एक्सचेंज का कारोबार शुरू किया था। आरोपी विदेश से आने वाली कॉल को आसानी से कनवर्ट कर देते थे और उसे लोकल कॉल बनाकर रुपये कमाने का काम कर रहे थे।

ये भी पढ़ें- प्रद्युम्न ठाकुर हत्याकांड में पुलिस भी आई घेरे में

एसएसपी ने कहा कि, आरोपियों के पास से 113 सिम, 22 पासपोर्ट, एक लैपटॉप, दो मॉडम राउटर, दो टेलीफोन बेसिक, नौ एंटीना, तीन मोबाइल फोन, 50 कालिंग मिनट स्लिप प्रिंट की हुई सीट और डाटा कनेक्टर सहित कई अन्य उपकरण बरामद हुए हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि, आरेपियों के आतंकी कनेक्शन से भी इंकार नहीं किया जा सकता है और इस संबंध में जांच की जा रही है।

खेती और रोजमर्रा की जिंदगी में काम आने वाली मशीनों और जुगाड़ के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

   

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.