लगभग तीन दशक बाद क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज में फिर से होंगे छात्राओं के दाखिले 

Meenal TingalMeenal Tingal   17 April 2017 1:57 PM GMT

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लगभग तीन दशक बाद क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज में फिर से होंगे छात्राओं के दाखिले क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज में नये शैक्षिक सत्र से फिर से छात्राओं के दाखिले लिये जाएंगे।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। लगभग 28 वर्ष पहले को-एजुकेशन खत्म कर चुके क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज में नये शैक्षिक सत्र से फिर से छात्राओं के दाखिले लिये जाएंगे। बता दें कि कॉलेज में लगभग 28 वर्ष पूर्व स्नातक के लिए छात्राओं के दाखिले बंद कर दिये गये थे, जबकि परास्नातक कक्षाओं में यहां छात्राओं के दाखिले लिये जाते रहे हैं।

क्रिश्चियन कॉलेज के पूर्व छात्र राजीव द्विवेदी जो कि इस समय मुंबई में एक बड़े बिजनेसमैन हैं, कहते हैं, “जिस वर्ष क्रश्चियन कॉलेज में बीएससी का मेरा फाइनल ईयर था, उसी ईयर से कॉलेज को-एड नहीं रहा। को-एड में बहुत सी चीजें बेहतर होती हैं। पढ़ाई के साथ अनुशासन भी सही रहता है। अब सभी के लिए बेहतर होगा।”

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स्नातक कक्षाओं को फिर से को-एड किये जाने का निर्णय लिया गया है। इससे कॉलेज में कॉम्पटीशन भी बढ़ेगा और कॉलेज का स्तर भी और अच्छा होगा। नये शैक्षिक सत्र से छात्राओं के दाखिले लिए जा सकते हैं।
मुकेशपति, प्राचार्य, लखनऊ क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज

वर्ष 1862 में हुई थी कॉलेज की शुरुआत

लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज की शुरुआत 1862 में हुई थी। इससे पहले वर्ष 1882 में हाईस्कूल की शुरुआत हुई और वर्ष 1888 में इंटरमीडिएट की शुरुआत इस कॉलेज में की गयी थी। आर्ट्स व साइंस फेकल्टी में स्नातक कक्षाओं की शुरुआत इस कॉलेज में वर्ष 1889 में हुई थी। कॉलेज को पहली बार 1984 में पहली बार को-एड किया गया था, लेकिन को-एड केवल पांच वर्ष ही रहा। 1984 में फिर से इस कॉलेज में को-एजुकेशन को बंद कर दिया गया था। वर्ष 1997 में कॉलेज में परास्नातक की कक्षाएं शुरू की गयी थीं जिनकी शुरुआत को-एजुकेशन के साथ हुई थी।

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