गोरखपुर में बच्चों की मौत के मामले में आरोपी डॉ. कफील गिरफ्तार

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गोरखपुर में बच्चों की मौत के मामले में आरोपी डॉ. कफील गिरफ्तारडॉ. कफील

गोरखपुर। गोरखपुर के बाबा रघुवर दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई रुकने की वजह से हुई मासूमों की मौत के मामले में आरोपी . कफील का यूपी एसटीएफ ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। बाल स्वास्थ्य विभाग के हेड डॉ. कफील कई दिनों से फरार चल रहे थे।

इस मामले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के निलंबित प्रिंसिपल डॉ. राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी डॉ. पूर्णिमा शुक्ला को कानपुर से गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है।

बीआरडी अस्पताल में 10 अगस्त की रात 30 से अधिक बच्चों की मौत मामले में डॉ. कफील पर यह कार्रवाई की गई है। आरोप है कि ऑक्सीजन की कमी से इन बच्चों की मौत हुई, हालांकि अस्पताल प्रशासन और राज्य सरकार इस बात से इनकार करता रहा है। घटना के बाद सीएम योगी ने अस्पताल का दौरा किया था। इसके बाद डॉ. कफील को पद से हटा दिया गया था।

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शुक्रवार को डॉ. कफील के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने कहा था कि अगर डॉ कफील सात दिन के अंदर सरेंडर नहीं करते हैं तो उनके घर की कुर्की की जाएगी।

बता दें मुख्य सचिव राजीव कुमार की जांच रिपोर्ट के बाद लखनऊ के हजरतगंज थाने में 9 लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसी के बाद से डॉ कफील फरार थे। निलंबित प्रिंसिपल डॉ मिश्रा और उनकी पत्नी को पुलिस ने कानपुर से गिरफ्तार किया था। इस मामले में अभी भी छह आरोपी फरार चल रहे हैं।


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100 बेड वार्ड के अधीक्षक रहे डॉ कफील खान के घर केस दर्ज होने के बाद से पुलिस छह बार दबिश दे चुकी थी। पुलिस ने उनकी पत्नी से बातचीत कर विवेचना में सहयोग की भी अपील की थी। लेकिन फरार डॉ। कफील सामने नहीं आए। हालांकि इस दौरान वे सोशल मीडिया के जरिए ही वह अपने को बेगुनाह बताते रहे।

अब इस मामले में पुष्प सेल्स के मनीष भंडारी, कॉलेज के एनेस्थीसिया विभाग के हेड डॉ सतीश, और कॉलेज के कर्मचारी लिपिक सुधीर, उदय और संजय अभी भी फरार चल रहे हैं।

      

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