लखनऊ/कन्नौज। उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर मतपत्र पहुंचने लगे हैं। ज्यादातर जिलों में दिल्ली और प्रयागराज से अधिकारी मतपत्र लेकर आए भी गए हैं। फिलहाल इनको कड़ी सुरक्षा में सील कर रखवा दिया गया है।
यूपी में इस बार ग्राम पंचायत सदस्य (वीडीसी), क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी), जिला पंचायत सदस्य (डीडीसी) और प्रधान पद के चुनाव एक साथ कराने की तैयारी चल रही है। एक मतदाता को चार बैलेट वोट के लिए दिए जाएंगे। मतपेटियों की रंगाई-पुताई और उनको सही करने की प्रक्रिया भी चल रही है।
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कन्नौज बिनीत कटियार ‘गांव कनेक्शन’ से बताते हैं, “शहर के बोर्डिंग ग्राउंड के निकट मतपेटियों को दुरुस्त करने का काम चल रहा है। इसमें कई कर्मचारी लगे हैं। रंगाई-पुताई व मतपेटियों की सफाई का काम चल रहा है।”
“अब तक कन्नौज जिले की 499 ग्राम पंचायतों के 11,16,334 मतदाताओं के लिए चार-चार पदों के हिसाब से चार गुना मतपत्र आ चुके हैं। नियम के तहत 10 फीसदी अतिरिक्त में मतपत्र लाए गए हैं। वोट डालने के लिए हर मतदाता को चारों पद पर अलग-अलग मतपत्र दिए जाएंगे,” सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी बताते हैं।”
दूसरी ओर कहा जा रहा है कि अभी आयोग ने नामांकन और आरक्षण का कोई कार्यक्रम घोषित नहीं किया है, लेकिन फरवरी में कार्यक्रम घोषित किए जाने की चर्चाएं हैं। मार्च और अप्रैल में पंचायत चुनाव करा लिए जाएंगे।
दिसम्बर 2020 में कन्नौज आए पंचायती राज विभाग के मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी ‘गांव कनेक्शन’ से कहा था कि प्रशासक को नियुक्त करने के बाद परिसीमन की प्रक्रिया चलेगी। आरक्षण के बाद चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया जाए। मार्च अंत में चुनाव हो जाएंगे।
कन्नौज से जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी तनुज त्रिपाठी बताते हैं, “मतपत्र लाने के लिए मेरी भी ड्यूटी लगाई गई थी। दिल्ली और प्रयागराज से चिह्न के हिसाब से मतपत्र आए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से नामित और भी अधिकारी इसमें लगाए गए थे।”