बाराबंकी-अकबरपुर रेल लाइन दोहरीकरण परियोजना को मंजूरी, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
Karan Pal Singh 13 Sep 2017 11:24 AM GMT
लखनऊ। केन्द्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने उत्तर प्रदेश में बाराबंकी-अकबरपुर रेलवे लाइन के दोहरीकरण के प्रस्तावों को स्वीकृति दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में यहां हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की बैठक में ये फैसले लिया गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों पर कैबिनेट समिति ने 161 किलोमीटर लंबी बाराबंकी-अकबरपुर रेल लाइन की दोहरीकरण परियोजना को मंजूरी दे दी है, जिस पर 1,310.23 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह परियोजना वर्ष 2021-22 तक पूरी होने की संभावना है। यह परियोजना उत्तर प्रदेश में बाराबंकी एवं फैजाबाद जिलों को कवर करेगी और फैजाबाद के रास्ते लखनऊ से वाराणसी तक का समूचा रेलमार्ग इससे लाभान्वित होगा।
सिंगल ट्रैक होने के कारण लेट होती हैं ट्रेनें
वर्तमान में बाराबंकी से वाराणसी तक रेलगाडि़यों का काफी देरी से चलना सामान्य बात है और एक्सप्रेस रेलगाडि़यों को मात्र 323 किलोमीटर की दूरी तय करने में 7 से 15 घंटे तक का समय लग जाता है। इस रेलमार्ग के इस्तेमाल की वर्तमान क्षमता बाराबंकी से फैजाबाद तक 146.5 प्रतिशत और फैज़ाबाद से अकबरपुर तक 152.6 प्रतिशत है।
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अयोध्या के बहुरेंगे दिन
अयोध्या और काशी के बीच रेल लाइन के दोहरीकरण का कार्य पूरा होने से अयोध्या के भी दिन बहुरने के आसार हैं। रेल व्यवस्था सुगम होने से अहम धार्मिक स्थल पर आने वालों की परेशानी कम होगी। व्यवस्था बढ़ने से लोगों के आने की संख्या में भी इजाफा होगा।
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रोजगार के अवसर होंगे विकसित
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा है कि अयोध्या के विकास पर इस रेल परियोजना का गहरा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि टांडा में बने थर्मल पावर परियोजना से कोयले की सप्लाई आसान हो जाएगी। कोयले की कमी की वजह से थर्मल पावर स्टेशन से विद्युत का उत्पादन प्रभावित होता है। रेल लाइन के दोहरीकरण होने से इस समस्या से निजात मिलेगी। इसके अलावा रोजगार के अवसर भी विकसित होंगे।
सुरक्षित होगी रेल यात्रा
रेल लाइन दोहरीकरण परियोजना से ट्रेनों की गति बढ़ाने और रेलगाडि़यों के देरी से चलने की समस्या में कमी लाने में मदद मिलेगी और ब्लॉक रखरखाव के लिए अधिक समय मिलने से रेल यात्रा में सुरक्षा बढ़ेगी। भविष्य में यातायात में वृद्धि को देखते हुए अतिरिक्त क्षमता सृजित होगी।
रेलवे की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता : सिन्हा
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने हाल में हुई रेल दुर्घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कई अहम कदम उठाए गए हैं।
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