भ्रष्टाचार से त्रस्त किसान बैठा अनशन पर 

Ajay MishraAjay Mishra   14 April 2017 4:32 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
भ्रष्टाचार से त्रस्त किसान बैठा अनशन पर राजेन्द्र शुक्ल भ्रष्टाचार और पानी की कमी के कारण अनशन कर रहे हैं।

अजय मिश्रा,स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

कन्नौज। ‘‘अंतरात्मा त्रस्त हो गई तो यह मिशन उठाया। जांच हो तो करोड़ों का घोटाला निकलेगा। घोटाले में ऐसा कोई नहीं है जो संलिप्त न हो। अनशन किए हुए 70 घंटे हो रहे हैं, मैंने जल भी नहीं लिया है। इच्छा मृत्यु के लिए भी लिखा है। योगी जी की सरकार है, कार्य पूर्ण तरीके से होंगे। इसलिए मैंने यह कदम उठाया है।’’ यह कहना है किसान और आरएसएस कार्यकर्ता राजेन्द्र शुक्ल का। वह बीते दिन से जिले में हो रहे भ्रष्टाचार और पानी की कमी के कारण अनशन कर रहे हैं।

गाँव से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

वह आगे बताते हैं, ‘‘गाँव में विकास कार्य के नाम पर खूब भ्रष्टाचार हुआ है। रजबहे में पानी नहीं आ रहा है। हैंडपंप खराब हैं। जब तक मामले की जांच नहीं होगी, वह अनशन खत्म नहीं करेंगे। एसडीएम लिखकर दें, तभी वह अनशन तोडे़ंगे।’’ जिला मुख्यालय कन्नौज से करीब 18 किमी दूर बसे भुन्ना ग्राम पंचायत क्षेत्र के मजरा भिखनीपुर्वा में राजेंद्र 11 अप्रैल से आमरण अनशन पर हैं। इसी ग्राम पंचायत के मजरा कटरा निवासी 50 साल के सतीश चंद्र बाजपेई कहते हैं, ‘‘रजबहे में 20 सालों से पानी नहीं आया है। ट्यूबवेल से वह फसलों की सिंचाई करते हैं।

पीने के लिए भी यहीं से पानी लाते हैं।’’ 35 वर्षीय मोहित बताते हैं, ‘‘गाँव में करीब 20 हैंडपंप खराब हैं। जो चल रहे हैं, उनमें पीला पानी आता है।’’गुरुवार को हिन्दू युवा वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष अनुज गुप्त भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने एसडीएम तिर्वा राजेश कुमार यादव से मोबाइल पर बात की। अनशनकारी की जायज मांगे माने जाने की बात भी कही। एसडीएम ने कहा कि कुछ समय दिया जाए, जांच के लिए कमेटी बनेगी।

दूसरी ओर अनस्थल पर काफी ग्रामीणों की भीड़ जमा रही। अधिकतर गाँव वाले विकास कार्य न होने और भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। गाँव में बनी पानी की टंकी भी सही तरह से काम नहीं कर रही है। पाइप टूटे और चोक बताए जा रहे हैं। शौचालय निर्माण में भी भेदभाव की बात गाँव वाले कह रहे हैं। बुधवार को तहसीलदार ऋषिकांत राजवंशी और बीडीओ पीसी यादव किसान से मिले थे, लेकिन राजेंद्र ने अनशन नहीं खत्म किया।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

      

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.