अपराध पर अंकुश लगाने के लिए यूपी पुलिस ने बदला वर्किंग स्टाइल, बड़े अधिकारी भी छानेंगे फिल्ड की खाक

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अपराध पर अंकुश लगाने के लिए यूपी पुलिस ने बदला वर्किंग स्टाइल, बड़े अधिकारी भी छानेंगे फिल्ड की खाकलखनऊ रेंज का चार्ज संभालने के बाद आईजी जय नायारयण सिंह।

लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार ने उच्च लेवल के अधिकारियों को टेबल का कार्य छोड़, फिल्ड में तैनात कर पुलिसिंग दुरुस्त करने के साथ-साथ बिगड़ती कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने की पहल की है। नई प्रणाली के तहत एडीजी लेवल का अधिकारियों को जोन और आईजी लेवल के अधिकारियों को रेंज स्टार पर यूपी के बड़े शहरों में तैनात किया है। इस प्रणाली में आईजी और डीआईजी का विभाग आपस में विलय होगा। साथ ही आईजी और एडीजी का विभाग आपस में विलय होगा।

लखनऊ रेंज का चार्ज संभालने के बाद आईजी जय नायारयण सिंह ने बताया, "इस योजना से प्रदेश में पुलिस की कमी दूर होगी और बढ़ते अपराध को रोकने के लिए उच्चाधिकारियों का अनुभव भी काम आयेगा। साथ ही दोनों स्थानों पर तैनात कर्मचारी एक ही कार्यालय में तैनात हो जाएंगे।" वहीं माना जा रहा है कि इस कदम से होने वाला सरकारी खर्चा तो कम ही होगा, साथ ही पुलिस की पकड़ भी जनता के बीच मजबूत होगी। जबकि वरिष्ठ अधिकारियों का भी मानन है कि, इस कदम से अपराध पर नियंत्रण पाना ज्यादा कारगर साबित होगा।

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वहीं दूसरी ओर पूर्व की बहुजन समाज पार्टी ने अपने शासन काल में जिले में एसएसपी का कार्य डीआईजी लेवल के अधिकारियों को सौंपा था, लेकिन इसके परिणाम बहुत संतोषजनक नहीं थे और 2012 में सपा सरकार ने पूर्व की सरकार के इस फैसले को बदल दिया था। वहीं रिटायर्ड आईपीएस अधिकारियों को मानना है कि, बीजेपी सरकार का यह कदम आम जनता के लिए बहुत कारगर साबित होगा। क्योंकि आम जनता अपनी फरियाद लेकर बड़े अधिकारियों तक नहीं पहुंच पाती थी, जबकि इस योजना से फरियादी अपनी बात सीधे इन अधिकारियों तक पहुंचा सकते हैं। साथ ही बढ़ते अपराधों पर एडीजी लेवल के अधिकारी की सीधे नजर होगी। इसकी मुख्य वजह है कि, उन्हें कोई भी अपराध होने पर घटनास्थल जाने का मौका मिलेगा, जिससे वह अपराध को भलीभांती समझ पायेगे।

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दोषी पुलिसकर्मी जाएंगे जेल: आईजी

लखनऊ रेंज का कार्यभार शनिवार को संभालने के बाद 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी जय नारायण सिंह ने थानों पर तैनात पुलिसकर्मियों को सुधर जाने की चेतवानी देने के साथ-साथ कहा कि किसी भी अनैतिक काम में अगर कोई पुलिसकर्मी पकड़ा गया तो, उस पर मुकदमा दर्ज करवाकर उसे जेल भेज जायेगा।

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थानों के मुंशी सुधारे अपना आचरण

जय नारायण सिंह ने कहा कि थानों में बैठे मुंशी सबसे पहले पीड़ित से मिलते हैं, जिनसे मुंशी अभद्र व्यवहार करते हैं। उनके इस आचरण को सुधारने के लिए थाना प्रभारियों की मीटिंग न लेकर मुंशी और पेशकारों की एक बैठक कर उन्हें जनता के प्रति संवेदनशील रहने के निर्देश दिये जाएंगे, जो बहुत जल्द सामने दिखेगा।

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पुलिसकर्मी जाएंगे पीड़ितों के घर

मौजूदा समय में आईजी जय नारायण सिंह सेंट्रल जोन के फूड सेल में तैनात थे। अपनी नई तैनाती के बाद से रेंज के सभी थाना प्रभारियों समेत आलाधिकारियों को थाने आये किसी भी पीड़ित की एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिये हैं। वहीं उन्होंने तीन दिनों के भीतर संबंधित थाने के पुलिसकर्मी को पीड़ित के घर जाकर उनके केस की अपडेट देने का भी निर्देश दिया है।

लंबे समय से जमे पुलिसकर्मियों को गैर-जनपद भेजा जायेगा

आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह ने बताया कि जो पुलिसकर्मी लंबे समय से एक ही जनपद में जमे बैठे हैं, उनका तबादला जल्द किया जायेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि काबिल अफसरों को थाने का कार्यभार दिया जायेगा। वहीं जिन इंस्पेक्टरों को चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव के दौरान गैर-जनपद तबादला कर दिया था, वह दोबारा राजधानी में कैसे आ गए, इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी।

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