लखनऊ। चक्रवाती तूफान फोनी का असर यूपी कुछ जिलों में नजर आने लगा है। गुरुवार दिन में कई जिलों में तेज आंधी से साथ बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को इसका असर ज्यादा दिखने की संभावना जताई है।
भारत सरकार के मौसम विभाग ने बुधवार को ही यूपी के कुछ जिलों के जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से फैनी से निपटने के लिए यथा संभव इंतजाम करने के आदेश दिए थे। भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गोरखपुर, कन्नौज, सीतापुर, कुशीनगर, लखनऊ और देवरिया के लिए चेतावनी जारी किया है।
शुक्रवार सुबह ओडिशा के पुरी तट पर पहुंच गया। इससे ओडिशा के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। ओडिशा में 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। समुद्र के किनारे बसे शहर पुरी के कई इलाकों में पानी भर गया है। राज्य के सभी तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। विभिन्न जगहों पर तूफान की वजह से पेड़ उखड़ गए और भुवनेश्वर समेत कई स्थानों पर बनीं झोपड़ियां तबाह हो गई हैं। इस तूफान की वजह से तीन लोगों की मौत हो गई।
लखीमपुर, सीतापुर और गोरखपुर में तेज आंधी और बारिश से किसानों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। तेज हवा के कारण खेतों में खड़ी फसल गिर गई। कुछ जगहों पर पेड़ गिरने की भी सूचना मिल रही है।
गोरखपुर के रहने वाले अमित कुमार ने बताया, ” सुबह से ही मौसम खराब था। सुबह से हल्की हवा चल रही थी। दोपहर 12 बजे तेज आंधी के साथ बारिश होने लगी। करीब आधे घंटे तक लगातार बारिश हुई। बारिश से मौसम ठंडा हो गया है। लोगों ने गर्मी से राहत महसूस किया।”
ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में चक्रवात के कहर से जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
इस संकट की घड़ी में हम उन सभी के साथ है जो इस आपदा से प्रभावित हुए हैं और ईश्वर से उनकी सकुशलता की प्रार्थना करते हैं।#FaniCyclone— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) May 3, 2019
लखीमपुर के रहने वाले आसाराम निवासी पहाड़ा पुर ने बताया, ” तीन बीघा में गेहूं लगाया था। आधी फसल आवारा पशु बर्बाद कर दिए बचाखुचा मौसम ले खत्म कर दिया। पता नहीं भगवान क्या चाहता है।”
वहीं चक्रवात खतरे पर सीएम योगी ने कहा, हमारी सद्भावना और प्रार्थना तटीय क्षेत्रों के लोगों के साथ है। योगी ने ट्वीट कर कहा, ”भारत के तटीय क्षेत्रों, खासकर ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल पर फोनी चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। ”