आगरा/ लखनऊ। बिजली बकाएदारों का कनेक्शन काटने गई बिजली विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने जानलेवा हमला बोल दिया। इस हमले के दौरान चार कर्मचारी घायल हो गए। घायलों में एक की हालत गंभीर है। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने पांच ग्रामीणों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है।
आगरा के थाना दोकी के गाँव विजय मल्हेला में नौ ग्रमीणों का बिजली बिल बकाया था। विभाग के नोटिस के बाद भी सभी बिजली जला रहे थे। बुधवार को चार बिजली कर्मचारी बकाएदारों की बिजली काटने गए थे। बिजली कनेक्शन काटने के दौरान ग्रामीणों ने टीम पर हमला बोल दिया। कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगे। इस दौरान एक कर्मचारी ने 100 नंबर पर फोन कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से कर्मचारियों की जान बचाई। ग्रामीणों के हमले से चारों कर्मचारी घायल हो गए। हमले में संविदा कर्मी भोला गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन-फानन में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। बिजली विभाग के एससी हरीश बंसल ने बताया, ” बिजली कर्मी बकाएदारों का कनेक्शन काटने गए थे। इस दौरान ग्रामीणों ने टीम पर हमला बोल दिया, जिससे चारों कर्मचारी घायल हो गए। हम लोगों ने पांच हमलावरों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करा दी है।”
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आगरा-ग्राम विजय मल्हेला में डिस्कनेक्शन कार्य के दौरान ग्रामीण लोगों ने कर्मचारियों पर जानलेवा हमला कर दिया जिससे एक कर्मचारी संविदा पेट्रोल मेन भोला की हालत अत्यधिक गंभीर है मौके पर 100 नंबर पुलिस बुलाकर बमुश्किल जान बचाई जा सकी @agrapolice @ChairmanUppcl @UPPCLLKO @EMofficeUP pic.twitter.com/1IHQL7qwUj
— SKVerma MD Agra (@SKVERMA1709) June 27, 2018
आए दिन होती हैं मारपीट की घटनाएं
बिजली अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ आए दिन झगड़ा, मारपीट, गाली-गलौच, अभद्र व्यवहार, जानलेवा हमले जैसी वारदातें होती हैं। बिजली चोरी में लिप्त उपभोक्ताओं के खिलाफ एफआईआर कराने पर काउंटर एफआईआर दर्ज करवा दी जाती है। यह पहला मौका नहीं है जब बिजली कर्मचारियों के साथ मारपीट हुई । इस तरह की घटनाएं रोजना देखने को मिलती हैं। इस तरह की घटनाओं देखते हुए विभाग अब चोरी से बिजली जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पूरी तैयारी से जाते हैं। बिजली विभाग के कर्मचारी अब पुलिस टीम के साथ ही गांवों में बिजली चोरी रोकने के लिए जाते हैं।
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बिजली कर्मचारिेयों के साथ आए दिन होनी वाली मारपीट की घटनाओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने राज्य में बिजली चोरी रोकने के लिये हर जिले में ‘बिजली थाने’ की स्थापना बहुत जल्द करने की बात कही है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक-दो माह में बिजली थानों की स्थापना कर ली जाएगी। इस बारे में गृह विभाग की कुछ आशंकाएं थीं, जिनका निपटारा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि बिजली थानों का संचालन उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधीन होगा और इन थानों पर प्रतिनियुक्ति के आधार पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। बिजली थानों की स्थापना से सम्बन्धित प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। मालूम हो कि श्रीकांत शर्मा ने पिछले साल ऊर्जा विभाग का जिम्मा सम्भालने के बाद हर जिले में बिजली थाने गठित करने का एलान किया था, मगर गृह विभाग ने इसके लिये पुलिस बल की कमी का मुद्दा उठाया था।
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बिजली चोरी करने का तरीका
इस समय बिजली चोरी करने के लिए अधिकांश लोग अपने बिजली के मीटर को बायपास कर बिजली चोरी कर रहे हैं। इससे एक अलग से एमसीबी लगाया जाता है जिसे मीटर के साथ जोड़ दिया जाता है। जैसे ही बिजली चोरी करनी हो तो एमसीबी को ऑन कर बिजली चोरी की जा सकती है। दसूरा तरीका मीटर के साथ छेड़छाड़ करने का भी है। इससे बिजली उपभोक्ता मीटर को खुलवाकर उसे सेट करवा देते हैं जिससे मीटर धीमी गति से चलता है। मीटर को सेट करवाने पर उसमें लिखा समय और तिथि गलत दिखने लगते हैं। इसके अलावा तीसरा तरीका है बिजली की मुख्य तार पर कटिया डालकर चोरी करना। ऐसे कर लोग सीधे बिजली की मुख्य तार से बिजली खींच लेते हैं और अपना काम चलाते है।