किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन द्वारा आज महापंचायत का आयोजन हुआ है, जिसमें हजारों की संख्या में किसान भाग ले रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत में आलू की एमएसपी 1200 रुपए कुंतल करने की मांग की है।
इस राष्ट्रीय पंचायत में हजारों की संख्या में किसानों ने भाग लिया। वहीं प्रशासन ने भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े प्रबंध किए और तीन कम्पनी पीएससी और भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहे।
किसानों को आलू, गन्ने व अन्य फसलों के उचित मूल्य न मिलने व बिजली दरों में बढ़ोतरी को लेकर 9 सूत्रीय मांगें रखी गयी है।
प्रमुख मांगें-
- किसानों की मेहनत व लागत को देखते हुए आलू का समर्थन मूल्य 1200 रुपए कुंतल किया जाए।
- ग्रामीण बिजली दरों पर बढ़े 150 गुना दाम वापस लिया जाए।
- जंगली जानवरों के लिए पशु गेस्ट हाउस खुलवाए जाए।
- किसानों के समस्त कर्ज माफ किया जाए।
- दोहरी शिक्षा नीति खत्म करके एक समान पाठ्यक्रम करवा कर शहरो व गांवो की शिक्षा एक समसन कराई जाए।
- गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल किया जाए।
- आंदोलन के दौरान किसानों पर लगे सभी मुकदमें वापस किए जाए।
- प्रदेश में भूमि अधिग्रहण में हो रहे किसानों के शोषण के खिलाफ चल रहे धरनो पर तत्काल सुनवाई की जाए।
- दिए गए ज्ञापनों पर कार्यवाही की जाए।
सरकारें बदलती रहती हैं लेकिन कभी किसानों की समस्या नहीं बदलती और वो जस की तस बनी रहती हैं। चाहे वो कोई भी सरकार हो। वहीं आज की हमारी मांगे बढ़ी हुई बिजली दरों को वापस लिया जाए और फसलों का उचित मूल्य किसानों को मिले।
राकेश टिकैत, राष्ट्रीय प्रवक्ता, भारतीय किसान यूनियन
वहीं भाकियू के जिलाध्यक्ष सुरेश सिंह का कहा कि छुट्टा जानवरो से किसानों की फसल को नुकसान होता है और बढ़ी हुई बिजली दरों को वापस लिया जाना चाहिए और सरकार को अपने वादे पूरे करने चाहिए।