सहारनपुर हिंसा: इंटरनेट सेवा बंद , बबलू कुमार बने नए एसएसपी, प्रमोद कुमार पांडे नए डीएम

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सहारनपुर हिंसा: इंटरनेट सेवा बंद , बबलू कुमार बने नए एसएसपी, प्रमोद कुमार पांडे नए डीएमपीड़ितों से बात करते एडीजी आदित्य मिश्रा (फोटो: बसंत कुमार)

अभिषेक पांडेय

लखनऊ। सहारनपुर हिंसा मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की की है। हिंसा रोकने में फेल रहे डीएम डीएम एनपी सिंह और एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे को सस्पेंड कर दिया गया है। मुजफ्फरनगर में एसएसपी रहे बबलू कुमार को नया एसएसपी बनाया गया है।

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में मंगलवार को राजपूत और दलितों के बीच हिंसा के बाद अब भी वहां तनाव की स्थिति बनी हुई है। हालात बिगड़ते देख प्रसाशन ने फिलहाल इंटरनेट सेवा रोक दी है, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

पश्चिम यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में सितंबर 2013 में भड़के दंगों को लेकर अखिलेश सरकार ने जस्टिस विष्णु सहाय की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था। जांच टीम ने सात सौ पन्ने की रिपोर्ट में मुजफ्फरनगर के तत्कालीन एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे को दोषी पाया था। फिर भी मौजूदा योगी सरकार ने गत माह सहारनपुर में भड़की हिंसा को रोकने के मकसद से आईपीएस सुभाष चंद्र दुबे को गाजीपुर जिले से वहां भेजा था, लेकिन हिंसा रोक पाने में नाकाम सुभाष चंद्र दुबे को बुधवार देर शाम योगी सरकार ने निलंबित कर दिया।

अपनी जली साइकिल देखता पीड़ित

साथ ही जिले के डीएम और अन्य अधिकारियों को भी लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है। अगर बात करें सहारनपुर हिंसा की तो वहां साम्प्रदायिक तनाव पहले से चल रहा, जिसे लेकर आईपीएस लव कुमार के स्थान पर सुभाष चंद्र दुबे को जिले का नया कप्तान बनाकर भेजा गया था, लेकिन उसके बाद से सहारनपुर लगातार जातीय हिंसा से जल रहा है, जिसे रोक पाने में स्थानीय पुलिस नाकाम साबित होती दिख रही है।

पुलिस को पता था, दोबारा हो सकता है उपद्रव

सूत्रों की मानें तो, लोकल पुलिस के पास पहले से यह इनपुट था कि, बसपा सुप्रीमो मायावती अगर दंगा पीड़ित क्षेत्र का दौरा करने जातीं हैं तो, कुछ अराजकतत्व साजिश के तहत उपद्रव फैला माहौल खराब करने का प्रयास करेंगे, फिर भी इन सब के बावजूद सहारनपुर प्रशासन ने मायावती को दलितों के गॉंव शब्बीरपुर में सभा करने की इजाजत दे दी। सभा के बाद वापस घर लौट रहे कुछ लोगों पर जानलेवा हमले के बाद से ही दोबारा सहारनपुर का माहौल गर्मा गया, इसे लेकर राजधानी में बैठे हुक्मरानों ने बीती मंगलवार रात स्टेट चार्टड प्लेन से बड़े अधिकारियों को सहारनपुर के लिय रवाना किया और पूरी स्थिति पर नजर रखने का आदेश दिया।

साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी सुलखान सिंह को पांच कालीदास मार्ग बुधवार को तलब कर पूरी स्थिति की जानकारी ली। जिसके बाद देर शाम कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में शासन ने सहारनपुर एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे को निलंबित करने का आदेश दिया और उनके स्थान पर मुजफ्फरनगर के एसपी बबलू कुमार को सहारनपुर का नया पुलिस कप्तान नियुक्त किया है।

स्थिति भाप पाने में नाकाम रहा जिला प्रशासन

वहीं सहारनपुर की दोबारा भड़की हिंसा में लोकल इंटेलीजेंस भी पूरी तरह से फेल साबित हुई, क्योंकि लोकल इंटेलीजेंस की पूरी कमान जिले के एलआईयू अधिकारी के पास होती है, जो अपनी पल-पल की रिपोर्ट एसएसपी को सौंपता है, फिर भी जिला प्रशासन स्थिति को भाप पाने में नाकाम नजर आया। वहीं कुछ इसी तरह की लापरवाही में सुभाष चंद्र दुबे को मुजफ्फनगर के दंगे का दोषी मान निलंबित किया गया था। हालांकि देखने वाली बात यह है कि, आईपीएस बबलू कुमार की भी गिनती तेजतर्रार अधिकारियों में होती है, जिसे देखते हुए ही मुख्यमंत्री ने उन्हें सहारनपुर भेजा है।

अभी तक हुई घटनाएं

5 मई 2017 : शब्बीरपुर गाँव में दलित-ठाकुर संघर्ष, एक व्यक्ति की मौत

9 मई 2017 : दलितों-पुलिस में झड़प, 9 जगह हिंसा

21 मई 2017 : दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन

23 मई 2017 : मायावती के दौरे के बाद हिंसा, एक व्यक्ति की मौत

सुनिए आज जब गांव कनेक्शऩ ने शब्बीरपुर के लोगों से बात की तो वो क्या बोले-

      

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