वरुण द्वीवेदी, गाँव कनेक्शन
जालौन। बुंदेलखंड के जालौन में मौसम ने अचानक करवट बदलने के साथ ही तेज बारिश और ओले गिरने से किसानों के चेहरे पर मायूसी देखने को मिली ओले गिरने से किसानों की मटर, मसूर और चने की फसल को भारी नुकसान हुआ तो वहीं अच्छी फसल की आस लगाए किसान की सदमे से मौत हो गई।
बेमौसम बारिश और ओला गिरते देख एक किसान को फसल के नुकसान होने का डर सता गया। जिसे देख कर्ज के बोझ तले दबे किसान की खेत पर ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
जालौन कोतवाली के उरगांव गाँव के किसान मुन्ना पटेल (36 वर्ष) पर इलाहाबाद बैंक का तीन लाख रुपये से ऊपर का कर्ज था। वे गाँव के साहूकारों से अलग कर्ज लिए हुए थे। दो भाइयों के बीच मुन्ना पटेल के पास 28 बीघा खेती है, जिसमें उन्होंने इस बार मटर बोई थी। अच्छी फसल देख उन्हें काफी हद तक कर्ज उतार लेने की उम्मीद थी। लेकिन रविवार को बारिश के साथ ओला पड़ने से उनके सारे अरमान चकनाचूर हो गये। दोपहर बाद जब वे खेत देखने पहुंचे तो फसल की हालत देख उन्हें दिल का दौरा पड़ गया और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
बुंदेलखंड का इलाका पिछले कई सालों से सूखे और बेमौसम बारिश से जूझ रहा है, जिससे यहां के किसान अपनी फसल की पैदावार नहीं बढ़ा पा रहे थे। इस बार किसानों को थोड़ी बहुत जरूर उम्मीद दिख रही थी कि उनकी फसल अच्छी होगी लेकिन आज अचानक मौसम ने करवट बदलकर किसानों को मायूस कर दिया। तेज बारिश और ओलों ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। आधे घंटे से अधिक तक ओले गिरने से किसानों की चना, मसूर, मटर करे फसल को नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि उन्हें हमेशा मौसम की मार झेलनी पड़ती है और इस बार ओले गिरने से उनकी फसल प्रभावित हुई है और 80 फीसदी फसलों को नुकसान हुआ है।