न्यायालय के आदेश की उड़ाई जा रही धज्जियां, आबादी के बीच चल रहे कारखाने
गाँव कनेक्शन 18 April 2017 12:15 PM GMT
अजय सिंह चौहान, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
लखनऊ। बख्शी का तालाब के अंतर्गत आने वाले कई जगहों पर कई कारख़ाने संचालित होती हैं। इन फैक्ट्रियों से जहरीला धुआं निकल रहा है। एक तरफ जहां यह जहरीला धुआं लोगों के लिए हानिकारक है, वहीं यह धुआं आम, अमरूद, कटहल, पपीता, केला आदि फलदार वृक्षों पर विपरीत असर डालकर उनके फलोत्पादन की क्षमता को कम कर रहा है।
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फलपट्टी क्षेत्र में कारख़ाने या अन्य हानिप्रद अधिष्ठानों के संचालन पर वर्ष 1997 से बीकेटी फलपट्टी के तहत जारी अधिसूचना के अन्तर्गत शासन द्वारा रोक लगायी गई है। वहीं राजधानी के गली-मोहल्लों एवं आबादी के निकट अवैध रूप से संचालित कारख़ाने से होने वाले प्रदूषण के मामले को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लेकर मानक नगर के एक बीमार नागरिक ईश्वरलाल की शिकायत पर 29 अक्टूबर 2015 को पारित आदेश में कहा था कि, राजधानी के गली-मोहल्लों एवं आबादी के निकट संचालित जहर उगल रही फैक्ट्रियां हटाई जाएं।
फलपट्टी क्षेत्र में संचालित हो रहे हानिकारक अधिष्ठानों के संचालन के संबंध में अभी मुझे जानकारी नहीं है। मामले की जांच कराकर फलपट्टी क्षेत्र में संचालित हो रहे हानिकारक अधिष्ठानों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।ज्योत्सना यादव, उपजिलाधिकारी, बीकेटी
कोर्ट का अनुपालन सुनिश्चित करवाने के लिए जिलाधिकारी एवं संबंधित विभाग को पत्र भेजकर कार्रवाई कर अवगत कराने का आदेश दिया गया था, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश को संबंधित अधिकारियों ने रद्दी की टोकरी में डाल दिया। कोर्ट के आदेशों की अनदेखी कर आबादी एवं फलपट्टी क्षेत्र में धड़ल्ले से बेरोकटोक कारखानों का संचालन किया जा रहा है।
वहीं बीकेटी स्थित बाबा गंज कुम्हरांवा रोड पर मोहम्मदपुर सरैंया गाँव के पास आबादी के निकट अरसे से नियमों की अनदेखी कर संचालित हो रही फैक्ट्री से निकलने वाले जहरीले धुएं के जरिए आसपास के गाँवों के ग्रामीण बीमार हो रहे हैं।
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