यूरिया के लिए पूर्वांचल के किसानों को नहीं होगा भटकना

Ashwani NigamAshwani Nigam   2 May 2017 8:07 PM GMT

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यूरिया के लिए पूर्वांचल के किसानों को नहीं होगा भटकनापिछले 20 साल से बंद है गोरखपुर फर्टिलाइजर।  

लखनऊ। पूर्वांचल के 28 जिलों के किसानों को हर साल यूरिया भटकना पड़ता है। गोरखपुर स्थित गोरखपुर फर्टिलाइजर कारखाना पिछले 20 साल से बंद है। यहां के किसानों को इसी कारखाने से यूरिया की सप्लाई होती थी लेकिन अब इस कारखाने के फिर से चालू होने का रास्ता साफ हो गया है।

मंगलवार को गोरखपुर फर्टिलाइजर प्लांट को पुनर्जीवित करने के लिए फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एफसीआईएल) से हिन्दुस्तान उर्वरक व रसायन लिमिटेड को भूमि के हस्तांतरण के लिए लगभग 210 करोड़ के स्टाम्प शुल्क छूट के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

गोरखपुर फर्टिलाइजर प्लांट को पुनर्जीवित करने के लिए हिन्दुस्तान उवर्रक एवं रसायन लिमिटेड की भूमि अंतरण के लिए स्टांप शुल्क में छूट के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। अब जल्द ही यह खाद कारखाना शुरू हो जाएगा।
सिद्धार्थनाथ सिंह, प्रवक्ता व मंत्री, यूपी सरकार

इस उर्वरक प्लांट को दोबारा चालू करने के लिए 6500 करोड़ रुपए का निवेश होना प्रस्तावित है। इस निवेश से सम्पूर्ण क्षेत्र में आर्थिक विकास और अतिरिक्त निवेश होगा। उर्वरक प्लांट के दोबारा शुरू होने से बड़ी संख्या में रोजगार पैदा होगा। माना रहा है इससे चार हजार लोगों को रोजगार मिलेगा, जिससे पूर्वांचाल के लोगों का विकास होगा।

प्लांट में खाद का उत्पादन होने से इस क्षेत्र के किसानों को आसानी से यूरिया खाद उपलब्ध हो जाएगी। इसके साथ ही देश में उर्वरक आयात में कमी आएगी और विदेशी मुद्रा भंडार की बचत होगी। गोरखपुर का खाद कारखाना जब-जब चलता था पूरे उत्तर प्रदेश समेत बिहार, मध्य प्रदेश, उड़ीसा को यहां से यूरिया की सप्लाई की जाता थी लेकिन इस प्लांट में एक दुर्घटना घटने से और कुछ मजदूरों की उसमें मौत होने के बाद यह कारखाना बंद कर दिया गया था।

गोरखपुर उवर्रक प्लांट की स्थापना फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एफसीआईएल) की तरफ से 630 एकड़ भूमि पर किया जाना है। इस जमीन को चिन्हित कर लिया गया है। फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड प्लांट के लिए हिन्दुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड को 55 वर्ष के लिए जमीन लीज पर देगा।

गोरखपुर फर्टिलाइजर कारखाने को 32 महीने में शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर फर्टिलाइजर प्लांट को चालू करने के लिए चुनाव में अपने एजेंडे में शामिल किया था। पूर्वांचल के लोगों की अब उम्मीद बढ़ गई है कि यह खाद कारखाना जल्द शुरू हो जाएगा।

     

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