पीलीभीत: सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने में लगी लेकिन शिक्षक हैं कि मानते ही नहीं

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पीलीभीत: सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने में लगी लेकिन शिक्षक हैं कि मानते ही नहींशिक्षक दिन के 12 बजे ही विद्यालय बंद करके घर चले जाते हैं।

अनिल चौधरी, स्वयं प्रोजेकक्ट डेस्क

पीलीभीत। स्कूलों में शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। विद्यालय में नियुक्त अध्यापक-अध्यापिकाएं अपने कार्य के प्रति जिम्मेदारी का निर्वाहन नहीं कर रहे हैं। अधिकतर विद्यालयों का तो यह हाल है कि शिक्षक दिन के 12 बजे ही विद्यालय बंद करके घर चले जाते हैं, जबकि विद्यालय बंद होने का समय दोपहर एक बजे का है।

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पिछले दिनों गाँव कनेक्शन के संवाददाता ने मरौरी ब्लाक के गाँव कुठियारते प्राथमिक विद्यालय का दौरा 12 बजे किया तो विद्यालय का समस्त स्टाफ जा चुका था। स्कूल के सभी बच्चे अपने घर जा चुके थे। गाँव के ही रामप्रसाद (40वर्ष) से पूछा गया तो उन्होंने बताया, “आज ही नहीं यह अध्यापक-अध्यापिकाएं प्रतिदिन 12 बजे ही स्कूल से चली जाती हैं।

यदि वह स्कूल में रहें भी तो क्या फर्क पड़ता है, ज्यादातर समय वे मोबाइल फोन पर ही बात करते हुए मिलते हैं।’ इसके बाद संवाददाता ग्राम हटुआ बिजिलहाई प्राथमिक विद्यालय व पूर्व माध्यमिक विद्यालय पहुंचा तो यहां भी शिक्षक 12:30 बजे विद्यालय का ताला लगाकर अपने घर जा चुके थे। इस बारे में गाँव निवासी मोतीराम (50 वर्ष) ने बताया, “स्कूल में पढ़ाई होती ही नहीं है।

अधिकतर शिक्षक स्कूल आते ही नहीं हैं। बच्चे पूरे दिन स्कूल में इधर-उधर घूमते रहते हैं।” इस बारे में जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एमए अंसारी से बात की गयी तो उन्होंने कहा, “यदि ऐसा है तो इस मामले की जांच कराऊंगा। जो अध्यापक समय से पहले विद्यालय बंद करके घर चले जा रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”

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