लखनऊ। आपके गांव के विकास के लिए सरकार ने कितना पैसा दिया, उस पैसे को प्रधान और पंचायत सचिव ने कहां-कहां खर्च किया। ये सारा हिसाब किताब गांव में बड़े-बड़े बोर्ड पर नजर आएगा। ग्राम स्वराज अभियान के तहत केंद्र सरकार ने देश के सभी गांवों में पंचायतों में कराए गए कार्यों की समीक्षा और प्रचार करने का अभियान शुरु किया है।
गांवों के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकारें हर साल लाखों रुपए का बजट देती हैं, 14वें वित्त के बाद इस बजट में काफी इजाफा भी हुआ है। इस पैसे से गांवों में हुए विकासकार्यों और कामों को जनता के सामने लाने और 14 अप्रैल से 5 मई ग्राम स्वराज अभियान चलाकर इन्हें बोर्ड और दीवारों पर लिखवाया जाएगा। इस दौरान ऐसे कार्यक्रम भी होंगे, जिसमें ग्रामीणों की जागरुकता बढ़े और किसानों के लिए आमदनी के नए अवसर मिले, साथ राष्ट्रीय स्वच्छता पर भी जोर रहेगा। इस संबंध में भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रायल की तरफ से अपर सचिव शालिनी प्रसाद ने सभी राज्यों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
ग्राम पंचायत भवनों पर दीवारों को पुतवा कर लिखा जाएगा या फिर प्लैक्स बोर्ड लगाए जाएंगे, जहां पंचायत में होने वाले कार्यों पर व्यय, उनकी प्रगति रिपोर्ट आदि का ब्यौरा होगा साथ ही लोगों को जागरुक करने के लिए राज्य, ब्लॉक और पंचायत स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाएगा। अभियान को प्रभावशाली बनाने के लिए इसमें सांसद, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा।
18 अप्रैल को स्वच्छ भारत दिवस
18 अप्रैल को पूरे देश में पंचायती राज मंत्रालय द्वारा स्वच्छ भारत दिवस का आयोजन किया जायेगा, जिसमे ग्राम पंचायतो में साफ -सफाई के साथ ग्रामीणों को खुले में शौच न जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। गांव में इस दिन श्रम दान होगा तो शौचालय निर्माण को बढ़ावा दिया जाएगा। लखनऊ के जिला पंचायती राज अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह बताते हैं, स्वच्छ भारत दिवस के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद के ग्राम पंचायत गोधनी सरैया के पूर्व प्रधान आनंद दीक्षित का कहना है, “ग्राम स्वराज अभियान को लेकर जैसा कहा गया है वैसा होता है तो गांवों में विकास होगा और ग्रामीणों को फायदा होगा।” मध्य प्रदेश के भोपाल जनपद के ग्राम पंचायत अब्दुल्ला बरखेडी ग्राम पंचायत की सरपंच भक्ति शर्मा जो सरपंचों और प्रधानों के लिए रोल मॉडल हैं इसे सार्थक पहल बताती हैं। “बोर्ड पर काम लिखा जाएगा तो प्रधानों पर दवाब बनेगा और लोगों को जानकारी होगी, इससे पारदर्शिता बढ़ेगी।
जबलपुर में मनाया जायेगा “राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस “
हर साल की तरह इस साल भी 24 अप्रैल को “रास्ट्रीय पंचायती राज दिवस” मनाया जायेगा। हर साल ये समारोह देश के अलग-अलग राज्यों में होता है, इस बार मध्य प्रदेश के जबलपुर में होगा। जिसमें पूरे देश के प्रधान और पंचायती राज से जुड़ी अधिकारी और कर्मचारी शामिल होंगे। जबलपुर की मुख्य कार्यपालक अधिकारी हर्षिका सिंह बताती हैं, राष्ट्रीय कार्यक्रम जबलपुर में होगा ये हमारे लिए खुशी की बात है, आयोजन स्थल पर व्यवस्थाएं शुरु हो गई हैं। समारोह में करीब 2 हजार प्रतिनिधियों के आने की उम्मीद है।
पंचायती राज दिवस पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले ग्राम प्रधानों और सरपंचों को सम्मानित किया जाएगा। देश की पहले हाईटेक ग्राम पंचायत हसुडी औसानपुर के प्रधान को देश के दो सर्वश्रेष्ठ पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। देश में एक साथ नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम और दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार एक साथ पाने वाले दिलीप त्रिपाठी देश के पहले प्रधान होंगे।
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