यूपी : आपदा में फंसे मानव जीवन को बचाने के लिए ग्रीन कॉरीडोर का होगा निर्माण
गाँव कनेक्शन 7 Oct 2017 2:56 PM GMT
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डीजीपी सुलखान सिंह ने शुक्रवार को आपादा के वक्त मानव बचाने के लिए सख्त् कदम उठाते हुए सूबे में ग्रीन कॉरीडोर बनाने का जल्द निर्देश दिया है।
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ग्रीन क्रॉरीडोर के निर्माण के लिए एडीजी ट्रैफिक एमके बसाल को नामित किया गया है, जिनकी अगुवाई में इस पूरी योजना को धरातल पर उतारा जायेगा। इस योजना को आपात कालीन परिस्थितियों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए त्वरित सहायता पहुंचे, जिसके लिए एनडीआरएफ/एसडीआरएफ हेतु ग्रीन कारीडोर बनाने के निर्देश दिए गये हैं।
डीजीपी सुलखान सिंह ने समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षकों को आपात कालीन परिस्थितियों में राहत एवं बचाव कार्य हेतु त्वरित सहायता पहुंचाने के लिये एनडीआरएफ/एसडीआरएफ हेतु ग्रीन कारीडोर बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि, आपदा राहत कार्य में घटनास्थल तक पहुँचने में ध्वस्त यातायात व्यवस्था सबसे बड़ी बाधा होती है, आपदा में फंसे मानव जीवन को बचाने के लिये जिस बहुमूल्य समय का सदुपयोग एनडीआरएफ के द्वारा किया जाना चाहिए, वह यातायात अवरूद्ध होने की स्थिति में प्रभावित हो जाता है, जिससे राहत का कार्य बाधित होना स्वाभाविक होता है।
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डीजीपी ने आगे बताया कि, आपदा की परिस्थितियों में जनहानि को बचाने एवं त्वरित सहायता उपलब्ध कराने हेतु एनडीआरएफ को आपदा ग्रस्त स्थल तक कम से कम समय में पहुँचने के लिये ग्रीन कारीडोर बनाये जाने के संबंध में कई दिशा-निर्देश दिए गये हैं। इस योजना की अगुवाई के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है। आवश्यकता के अनुसार एनडीआरएफ के सक्षम अधिकारी अपर पुलिस महानिदेशक, यातायात से ग्रीन कारीडोर बनाने के संबंध में जानकारी देंगे। साथ ही जनपद स्तरीय नोडल अधिकारी भी नामित किए जायेगे, जो जिले के वरिष्ठ अधिकारी के पर्यवेक्षण में ग्रीन कॉरीडोर के लिए कार्य करेंगे। वहीं आम लोगों द्धारा एम्बुलेन्सों को अनेक बार रास्ता नहीं दिया जाता है, जिसे लेकर आम जनता के बीच विशेष जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गये हैं।
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