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यहां हर साल देश-विदेश से आते हैं डॉक्टर, होता है नि:शुल्क इलाज 

free treatment of poor

आकाश सिंह, गाँव कनेक्शन

बाराबंकी। आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे है जहां पर लखनऊ, दिल्ली ही नहीं बल्कि अमेरिका, पंजाब, जालन्धर व कई विदेशी डॉक्टर एक ही जगह पर एकत्र हो कर बिना किसी भेदभाव के हर साल सेवा करने के भाव से लोगो के ऑपरेशन व उनका परामर्श करने के लिए आते हैं और वो भी नि:शुल्क।

आपको जानकर हैरानी जरूर होगी लेकिन ये बात सच है कि यहां पर परामर्श के साथ साथ ऑपरेशन से लेकर दवा तक नि:शुल्क दी जाती है और खाने पीने का भी विशेष ध्यान दिया जाता है। बाराबंकी जिला मुख्यालय से लगभग सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित श्रीराम वन कुटिर आश्रम की जहां पर हर साल हजारों मरीज अपना इलाज कराने आते हैं। श्री राम वन कुटिर को हाडियाकोल के नाम से भी जाना जाता है और यहां हर साल श्री राम कुटिर ट्रस्ट की ओर से ये चिकित्सा शिविर लगता है।

साल 1981 में हुई थी

इस शिविर की शूरुआत 1981 में पहली बार हुई उस समय सबसे पहले यहां पर 100 आपरेशन हुए और 1981 से लेकर आज तक यह शिविर लगातार चलता चला आ रहा है। प्रत्येक बृहस्पतिवार को यहां 1000 लोगो की ओपीडी विवेकानंद पॉली क्लीनिक लखनऊ के सहयोग से किया जाता है ।

देखिए वीडियो:

खाने पीने से लेकर दवा तक सब नि:शुल्क।

यहां पर खाने पीने से लेकर परामर्श व दवा तक हर चीज की निशुल्क व्यवस्था की गई है और यहां पर सभी का बहुत ध्यान रखा जाता है।

प्रदेश भर से आते हैं मरीज

यहां पर कई जिलों के हजारों लोग आते हैं, साथ ही उनके परिवार के लोग भी आते हैं।

लगभग एक महीने तक चलता है शिविर

मनीष मल्होत्रा (सेवादार) बताते हैं,  “इस बार यह शिविर 5 जनवरी से 21 जनवरी तक चलेगा और इस बार नर्सिंग व डॉक्टरों को मिलाकर कुल 40 लोगो की टीम यहां पर है और अब तक 1200 लोगो के ऑपरेशन्स हो चुके है। कल से 200 डॉक्टरों की टीम यहां पर रहेगी।”

यहां पर होता है कई रोगों का इलाज

इस बार यहाँ पर आँख, हर्निया, हैड्रोसिल, पाइल्स, गईनी व दांतो के ऑपरेशन किए जा रहे है। और करीब हर साल  से 8000 लोग यहाँ पर इलाज के लिए आते है जिनका नि:शुल्क इलाज यहाँ पर किया जाता है।

वहीँ अमेरिका से आये डॉक्टर जैक्सन ने अपनी स्थानीय भासा में बताया, “मैं यहाँ पर दूसरी बार आया हु और यहाँ आकर मुझे बहुत अच्छा लगता है और लोगो को यहाँ जरूर आना चाहिए।” वहीँ पंजाब के जालन्धर से आये डॉक्टर जैकब बताते हैँ, “मैं यहाँ पिछले कई सालों से आता हूं और यहाँ की व्यवस्थाएँ मुझे बहुत पसंद आती है और मुझे यहाँ बहुत अच्छा लगता है।”

लखीमपुर के थरिया गाँव से आई राजेश्वरी बताते है, “एक बार कोई यहाँ आया था और उसने मुझे यहाँ की रसीद दी थी जिसको देख के मैं यहाँ आयी और यहाँ में अपनी आंख का ऑपरेशन करवाने के लिए आई हूं।”

वही महेंद्र नाथ त्रिपाठी ने बताया कि “हम यह आंख के आपरेशन के लोए आये है और यह काफी अच्छी व्यवस्था है।”

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