लखनऊ (भाषा)। उत्तर प्रदेश सरकार ने आज कहा कि ठोस कार्ययोजना की बदौलत प्रदेश में पेराई सत्र 2017-18 में अब तक 119 में से 75 चीनी मिलों का संचालन शुुरू किया जा चुका है।
राज्य के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय आर. भूसरेड्डी ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार चीनी मिलों का जल्द संचालन शुरू कराने के लिए एक ठोस कार्य योजना बनाई गई थी। इसके फलस्वरुप प्रदेश में पेराई सत्र 2017-18 में प्रस्तावित कुल 119 में से अब तक 75 चीनी मिलों में पेराई कार्य शुरू करा दिया गया है, जबकि पिछले सत्र में इसी अवधि तक मात्र 37 चीनी मिलें ही संचालित हो पाई थीं।
उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक चीनी मिलों द्वारा 54.98 लाख टन गन्ने की पेराई करते हुए 5.22 लाख टन चीनी का उत्पादन भी किया जा चुका है।
भूसरेड्डी ने कहा कि चीनी मिलों के समय से संचालन के कारण गन्ना किसानों को अपना गन्ना औने-पौने दामों पर कोल्हू क्रेशरों पर नहीं डालना पड़ेगा और चीनी मिलों को आपूर्ति किए गए गन्ने का सरकार द्वारा निर्धारित वाजिब गन्ना मूल्य प्राप्त हो सकेगा। इससे गन्ना किसानों की आमदनी दोगुनी करने में मदद मिलेगी।
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उन्होंने बताया कि इस वर्ष चीनी मिलों ने 14 दिनों के अन्दर गन्ना मूल्य भुगतान भी शुरू कर दिया है। अब तक 547.84 करोड़ रुपए गन्ना मूल्य भुगतान के रुप किसानों को किए जा चुके है, जबकि गत पेराई सत्र में इस अवधि तक गन्ना किसानों को कोई भी भुगतान नहीं किया गया था।
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