Gaon Connection Logo

यूपी में स्वाइन फ्लू की वजह से स्कूलों में होने वाली प्रार्थना सभाओं पर रोक 

uttar pradesh

लखनऊ (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में स्वाइन स्वाइन फ्लू का असर तेजी से फैलता जा रहा है। इसे देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी स्कूलों को एक एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें सुबह के समय होने वाली प्रार्थना सभाओं पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है।

एक अधिकारी ने बताया कि स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने प्रदेश के समस्त मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को सभी स्कूलों में सुबह होने वाली प्रार्थना सभाओं पर फिलहाल रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।

ये भी पढ़ें : मरीजों को राहत, एम्स में 500 रुपए तक के सभी टेस्ट होंगे मुफ्त

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशांत त्रिवेदी के मुताबिक, प्रदेश में स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने जिलों के सभी निजी और सरकारी स्कूलों में फिलहाल प्रार्थना सभाओं पर रोक लगा दें। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारियों से कहा गया है कि वे सभी स्कूलों के प्रिंसिपल को ऐसे प्रयास करने का निर्देश दें, जिससे एक समय में ज्यादा बच्चे एक स्थान पर एकत्र न हों।

ये भी पढ़ें : गाय-भैसों को मिली पहचान, 85 लाख पशुओं को मिला आधार नंबर

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 13 अगस्त तक प्रदेश में 695 लोग स्वाइन स्वाइन फ्लू से पीड़ित थे, जिनमें से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए सभी जिलों में जिला स्तरीय रैपिड रिस्पॉन्स टीम गठित की गई है। इस रैपिड रिस्पॉन्स टीम में एक जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ, एक फिजिशियन, एक पैथोलॉजिस्ट, लैब टेक्नीशियन शामिल हैं।

ये भी पढ़ें : बिहार में बाढ़ से 70 लाख लोगों का उजड़ा आशियाना, 56 की मौत

More Posts

छत्तीसगढ़: बदलने लगी नक्सली इलाकों की तस्वीर, खाली पड़े बीएसएफ कैंप में चलने लगे हैं हॉस्टल और स्कूल

कभी नक्सलवाद के लिए बदनाम छत्तीसगढ़ में इन दिनों आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलने लगी है; क्योंकि अब उन्हें...

दुनिया भर में केले की खेती करने वाले 50% किसान करते हैं इस किस्म की खेती; खासियतें जानिए हैं

आज, ग्रैंड नैन को कई उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाया जाता है, जिसमें लैटिन अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया, भारत...