विधायक के दबाव में बच निकला भूमाफिया का बेटा 

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विधायक के दबाव में बच निकला भूमाफिया का बेटा रमारानी भटनागर (पीड़िता)।

अनिल चौधरी, स्वयं प्रोजक्ट डेस्क

पीलीभीत। प्रदेश में भूमाफिया पर शिकंजा कसने के लिए भले ही सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का गठन किया रहा हो लेकिन उनकी ही पार्टी के लोग इसे बेअसर साबित कर रहें हैं। पार्टी के विधायक के दबाव में आकर भूमाफिया के बेटे को पुलिस को छोड़ना पड़ा।

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ये मामला है जिले से 50 किमी दूर तहसील कलीनगर और माधोटांडा थाने की चौकी रमनगरा के पुरैना गाँव की तालुका महाराजपुरा है। यहां रहने वाली विधवा रमारानी भटनागर का आरोप है कि तीन साल पहले उसकी दो एकड़ खेतिहर जमीन पर उसकी जेठानी के भाई कुंवर बहादुर भूमाफिया और उसके बेटे सुधीर, अमित ने कब्जा कर रखा है। उसने बताया, “मैं तीन साल से अपनी जमीन के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही हूं। मुझे तीन बार तहसील प्रशासन कब्जा भी दिला चुकी है लेकिन कब्जे के कुछ दिन बाद ही ये लोग हमसे मारपीट कर फिर उस पर कब्जा कर लेते हैं।”

पीड़िता को न्याय दिलाने कानूनगो विजेन्द्र राणा और लेखपाल पूरन सिंह मय फोर्स के उक्त स्थल पर पहुंचे। खेत की पैमाइश के दौरान ही भूमाफिया का बेटा अमित वहां आया गया और तहसील प्रशासन के अमले के साथ अभद्रता से बात करने लगा। अफसरों ने उसको माधोटांडा थाने के पुलिस के हवाले कर दिया। इस दौरान थाने पुलिस के पास पूरनपुर के भाजपा विधायक बाबूराम पासवान का फोन अमित को छोड़ने के लिए आ गया। तहसीलदार शेर बहादुर ने बताया, “अमित नाम के लड़के ने तहसील स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार किया। तहसील प्रशासन द्वारा उसको माधोटांडा पुलिस को सौंपने गया था जहां पर विधायक पूरनपुर के कहने पर अमित को थाने से ही छोड़ दिया गया।”

अमित नाम के लड़के ने तहसील स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार किया। तहसील प्रशासन द्वारा उसको माधोटांडा पुलिस को सौंपने गया था जहां पर विधायक पूरनपुर के कहने पर अमित को थाने से ही छोड़ दिया गया।
शेर बहादुर, तहसीलदार

इस बारे में पूरनपुर के विधायक बाबूराम पासवान का कहना है, “मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि कोई जमीन का प्रकरण है। यदि इस व्यक्ति ने किसी महिला की जमीन पर कब्जा किया है तो मैं स्वयं उस पीड़िता को कब्जा मुक्त कराकर जमीन दिलवाने में सहयोग करूंगा। मैंने अमित को छोड़ने पर कोई भी दवाब नहीं बनाया।” उन्होंने कहा, “मैंने तो कहा था कि यदि पीड़िता को जमीन दिलवा दी हो तो लड़के को छोड़ दिया जाए।”

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