मोबाइल से होगी सफाई की निगरानी

Deepanshu MishraDeepanshu Mishra   9 April 2017 11:37 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
मोबाइल से होगी सफाई की निगरानीमोबाइल डिवाइस से सभी कूड़े उठाने वाली गाड़ियों पर नजर रखी जाएगी।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। नगर निगम ने शहर की सफाई के लिए एक और कदम आगे बढ़ाया है। इसमें मोबाइल डिवाइस से सभी कूड़े उठाने वाली गाड़ियों पर नजर रखी जाएगी।

नगर निगम ने जिस निजी कंपनी (इको ग्रीन) को कूड़ा इक्ट्ठा करने की जिम्मेदारी सौंपी है। उसने अपना एक प्लान निगम के सामने प्रोजेक्ट किया है। कूड़ा उठाने के लिए रिक्शा, ई-रिक्शा, टाटा एस और मिनी मोबाइल कम्पेक्टर इस्तेमाल होता है। कूड़ा कलेक्शन करने के लिए कंपनी द्वारा खास रूट मैप तैयार किया जा रहा है।

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

गाड़ियों में एक मोबाइल डिवाइस चार्जर के साथ रखी जाएगी। जीपीएस द्वारा गाड़ी की पोजीशन लोकेट की जा सकती। नगर निगम भी ये मॉनिटर कर सकेगा की कौन किस जोन से कब कूड़ा उठा रहा है। इसके लिए सॉफ्टवेर भी तैयार किया जा रहा है।”
राकेश अग्रवाल, इको ग्रीन

सभी इलाकों की सकरी गलियों की जानकारी लेने के लिए रूट मैप तैयार किया जा रहा है। सभी कूड़ा उठाने वाले साधनों में मोबाइल डिवाइस फिट किए जाएंगे। जीपीएस के सहारे इनकी लोकेशन ट्रैक की जा सकेगी। इसका मॉनिटरिंग सेंटर निगम मुख्यालय में ही खोले जाने की बात चल रही है। नगर निगम के पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण बताते हैं, “इन गाड़ियों में एक मोबाइल डिवाइस चार्जर के साथ रखा जाएगा। यह बहुत अच्छी चीज होगी, जिसके जरिए कहां सफाई हो रही है उसकी जानकारी मिल सकेगी। मोबाइल के द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था पर नजर रखी जाएगी। इस योजना की शुरुआत अगले 15 दिनों में शुरू हो जाएगी।”

इससे पहले अन्य स्मार्ट शहरों में रेडियो फ्रीक्युएंसी आइडेंटिफिकेशन के सहारे कार्य हो रहा है। लखनऊ पहला ऐसा शहर होगा जहां डोर-टू-डोर कलेक्शन की मॉनिटरिंग जीपीएस से होगी। ये तकनीक आरआईएफडी से अपग्रेड है। ख़राब मौसम में आरआईएफडी में काफी समस्या आती है।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

     

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.