वीरेन्द्र सिंह/जीत नाग, गाँव कनेक्शन
बाराबंकी। देश में धर्म और जातिप्रथा के झूठे मायनों को दरकिनार करते हुए एक मुस्लिम परिवार ने सर्वधर्म समभाव की एक मिसाल पेश की है। इस परिवार ने एक हिंदू अनाथ लड़की की शादी बड़े मंगलवार के दिन मंदिर में धूम-धाम से हिंदू रीति-रिवाज कराई। यह नजारा दिखा उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के थाना मोहम्मदपुर खाला क्षेत्र के कस्बा बेलहारा खालेटोला के प्रख्यात बाबा मंदिर में, जहां अनाथ सुमन की शादी मंगलवार को संपन्न हो सकी।
मुस्लिम परिवार के पद्दुन ने बताया, “हमारे मोहल्ले में रहने वाली सुमन की माता का 15 साल पहले और पिता का तीन साल पहले स्वर्गवास हो गया था, तब सुमन 15 वर्ष की थी। बिन मां-बाप की बेटी को समाज में अकेले जीवन बिताना बहुत मुश्किल था। कुछ दिन तक सुमन आसपास के घरों में मेहनत मजदूरी करके अपना जीवन व्यतीत करती थी, बिन मां-बाप की बेटी को इस हाल में देख हमें बहुत दु:ख होता था।”
पद्दुन की पत्नी निशा ने बताया, “तब मैंने अपने पति से सुमन की शादी करने की बात कही और वह इस नेक काम के लिए मान गये। तब हम लोगों ने सुमन की शादी अल्हा के पाक महीने रमजान में करने की तैयारी मे जुट गये और आज बड़े मंगलवार को शादी करा के मुझे बहुत खुशी हो रही है।”
सुमन की शादी सीतापुर जिले के रामपुर मथुरा ब्लॉक के तिगड़ा गाँव निवासी माता प्रसाद के बेटे सुनील कुमार के साथ संपन्न कराई गई। शादी को देखने के लिए मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी रही। मुस्लिम परिवार ने एक अनाथ की शादी करवाकर समाज में एक मिसाल कायम की है।
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