नवनीत सहगल ने की घोषणा “अब यूपी में खादी को ब्राण्ड बनाया जायेगा”  

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नवनीत सहगल ने की घोषणा “अब यूपी में खादी  को ब्राण्ड बनाया जायेगा”   नवनीत सहगल 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने खादी एवं ग्रामोद्योग कार्यक्रमों को अत्यधिक व्यवहारिक पारदर्शी एवं स्वरोजगारपरक बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा एक विशेष कार्य योजना तैयार की गई है, जिसके तहत खादी एवं ग्रामोद्योग कार्यक्रमों से ग्रामीण स्तर तक लोगों को रोजगार के व्यापक अवसर प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। खादी को अब एक ब्रांड की तरह विकसित किया जाएगा।

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प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने सोमवार को बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में विभाग के लक्ष्यों की पूर्ति गुणवत्तापूर्ण ढ़ंग से प्राप्त करने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि अब खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा संचालित विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के लाभार्थियों का चयन समय से सुनिश्चित करते हुए प्रार्थना पत्रों को भी समय से बैंक भेजा जायेगा। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में इकाई की स्थापना पर विशेष तरजीह देने के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही इकाईयों को अनुदान वितरण का समस्त कार्य शीघ्र आनलाइन किया जायेगा ताकि इसमें पारदर्शिता से लाभार्थियों का चयन हो सके। उन्होंने कहा कि खादी ग्रामोद्योग के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

सहगल ने कहा कि अब उ0प्र0 खादी के लिए एक ब्रांड बनाया जायेगा और इस ब्रांड से खादी को प्रोत्साहन दिलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बन रहे विभिन्न खादी उत्पादों को ई-मार्केट प्लेस पर उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जा रही है। जिससे ब्रांडिंग और मार्केटिंग का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार हो सके और बिक्री में गति लाई जा सके। प्रमुख सचिव ने बताया कि खादी एवं विलेज इण्डिया कमीशन को उनकी विभिन्न योजनाओं जैसे स्फूर्ति इत्यादि में विस्तृत प्रस्ताव बनाकर भेजा जायेगा। इन्हें स्वीकृत कराकर प्रदेश में तेजी से लागू किया जायेगा। उन्होंने बताया कि खादी संस्थाओं की बिक्री पर आधारित छूट के स्थान पर अब उत्पादन आधारित अनुदान प्रदान किया जायेगा। इसके साथ ही खादी एवं ग्रामोद्योग समितियों के गठन की कार्यवाही आनलाइन करने के निर्देश भी दिए गये है।

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श्री सहगल ने बताया कि विभागीय प्रशिक्षण केन्द्रों के माध्यम से कौशल सुधार प्रशिक्षण को अधिकाधिक व्यवहारिक एवं अत्याधुनिक बनाया जायेगा ताकि आधुनिकतम ट्रेडों के तहत स्वरोजगार स्थापित करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने बताया कि खादी ग्रामोद्योग की योजनाओं के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने और स्वरोजगार के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से राज्य, मण्डल, जनपद तथा राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शिनियों का आयोजन कराया जायेगा।

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