बाराबंकी के बेलहरा में पहली बार निकाय चुनाव, आज डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य करेंगे रैली
Virendra Singh 18 Nov 2017 8:20 AM GMT
बाराबंकी। बेलहरा बाराबंकी नगर निकाय चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। फतेहपुर क्षेत्र की नव सृजित नगर पंचायत बेलहरा के अध्यक्ष एवं सभासद पदों के प्रत्याशियों एवं नागरिकों में नगर पंचायत के प्रथम चुनाव और उनका प्रथम अध्यक्ष कैसा हो, इस बात को लेकर बेलहरा के लोगों में काफी उत्साह नजर आ रहा है।
बेलहरा नगर पंचायत के गठन हुए करीब 1 साल का समय हो चुका है। इस नगर पंचायत में 15 वार्ड बनाए गए हैं और कुल मतदाता संख्या 13,533 हैं, जिसमें 7066 पुरुष और 6476 महिला मतदाता हैं।
इस क्षेत्र से सभी प्रमुख पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं, भाजपा ने भी नरेन्द्र मौर्य की पत्नी मीना मौर्य को अपना प्रत्याशी बनाया है। अपने प्रत्याशी के लिए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आज बाराबंकी में विशाल जनसभा को संबोधित करने बेलहरा आ रहे हैं।
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जिले की एक नगर पालिका परिषद और 12 नगर पंचायतों में बेलहरा नगर पंचायत का चुनाव सबसे ज्यादा रोचक है, यहां पर नगर पंचायत अध्यक्ष बनने की नहीं, बल्कि पहला अध्यक्ष बनने की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है, उम्मीदवार यह सोच रहे हैं कि उनका नाम इतिहास में जुड़ जाएगा।
सभी प्रत्याशी तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं मगर हमें इन हथकंडों से अलग हटकर एक ऐसा अध्यक्ष चुनना है, जो हमारी नगर पंचायत का विकास कर सके।रामकुमार सिंह, बेलहरा
नगर पंचायत बेलहरा अध्यक्ष पद की भाजपा उम्मीदवार मीना मौर्य बताती हैं, “बेलहरा नगर पंचायत की जनता ने यदि मुझे अवसर दिया तो वह उसे चुनौती के रूप में स्वीकार करूंगी। आदर्श नगर पंचायत के तौर पर क्षेत्र को विकसित करने के लिए सबका साथ-सबका विकास के आधार पर सभी वर्गों को साथ लेकर बिना किसी भेदभाव के कार्य करूंगी।“
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मेरे यहां पहली बार नगर पंचायत का चुनाव हो रहा है, मैं ऐसे जनप्रतिनिधि को अपना वोट देना चाहूंगा जो स्वच्छता का ध्यान रखें और लोगों के बीच रहकर उनका सहयोग कर सके।संतोष सिंह वर्मा, बेलहरा
वहीं, मीना मौर्य के पति नारेन्द्र मौर्य कहते हैं, “मुझे गाँव से बहुत लगाव था और इसीलिए मैं हर साल चुनावों से पहले भी अपने गाँव जरूर आता था। मैं अपने क्षेत्र से भलीभांति परिचित हूं और हर गरीब की मदद करने का प्रयास होता है। अब मैंने चुनाव लड़ने का मन बनाया है ताकि मैं अपने गाँव के लिए वह कर सकूं जो हमारे सामर्थ्य के बाहर का लगता था।”
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