लखनऊ। अब आधार कार्ड के बिना छात्र उत्तर प्रदेश बोर्ड एग्जाम में नहीं बैठ पाएंगे। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् ने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए आधार अनिवार्य कर दिया है। परीक्षाएं 6 फरवरी से शुरू होंगी। रिपोर्ट के मुताबिक एडिशनल चीफ सेक्रेटरी संजय अग्रवाल ने मंगलवार को जिला स्कूल निरीक्षकों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निर्देश दिया कि जो छात्र बिना आधार के आएंगे, उन्हें परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा।
अगर किसी छात्र के पास आधार नहीं है तो स्कूल प्रिंसिपल उसके लिए जिम्मेदार होगा। इससे पहले यूपी बोर्ड में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं देने वाले छात्रों का रजिस्ट्रेशन करने के लिए आधार को अनिवार्य किया गया था। हालांकि जिन छात्रों ने आधार डिटेल नहीं दी थी, उन्हें परीक्षा देने से वंचित नहीं किया गया था। बाद में नेपाल के छात्रों को आधार डिटेल देने से छूट दे दी गई।
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रिपोर्ट्स के मुताबिक बोर्ड एग्जाम में आधार कार्ड फर्जी नामांकन और उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर नकल पर लगाम लगाएगा। वैध आधार संख्या होने से बोर्ड परीक्षा में नकली रजिस्ट्रेशन या किसी और की जगह एग्जाम देने जैसी घटनाओं की लिए कोई गुंजाइश नहीं बचेगी। इस बार यूपी में 37,12,508 स्टूडेंट्स हायर सेकंड्री की परीक्षा देंगे, जबकि 30,17,032 छात्र 12वीं की परीक्षाएं देंगे। बताते चलें कि जेईई , नीट और अन्य परीक्षाओं के रजिस्ट्रेशन के लिए भी आधार को अनिवार्य कर दिया गया है।
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