लखनऊ के सब इंस्पेक्टर ने प्रधानमंत्री मोदी का जीता दिल 

लखनऊ के सब इंस्पेक्टर ने प्रधानमंत्री मोदी का जीता दिल सब इंस्पेक्टर हैं कुलदीप सिंह जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथ मिलाया है।

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर लखनऊ पहुँचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ एअरपोर्ट पर उनका स्वागत किया साथ ही बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी उनका स्वागत किया।

योग दिवस से एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने लखनऊ में योग दिवस से पूर्व एक कार्यक्रम को संबोधित भी किया। इस कार्यक्रम के बाद योग पर लिखी एक कविता पर मोदी ने लखनऊ के सब इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह को शुभकामनाएं और बधाई दी। लखनऊ के पहले सब इंस्पेक्टर हैं कुलदीप सिंह जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथ मिलाया है।

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मोदी ने योगी को सराहा

योग दिवस से एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी लखनऊ में योग दिवस से पूर्व एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में सरकार के द्वारा जिस उमंग और उत्साह के साथ, स्पष्ट दृष्टिकोण के साथ विकास की यात्रा चल रही है देश के हर कोने में यूपी की पल पल की घटना की तरफ लोगों का ध्यान है, बड़ी उत्सुकता है, और योगी जी के नेतृत्व में एक के बाद एक जो कदम उठाए जा रहे हैं परिश्रम की पराकाष्ठा करते हुए कई वर्षों की जो बीमारियां हैं लंबे अरसे के जो अवरोध हैं उसे दूर करते हुए यूपी को तेज गति से आगे बढ़ाने के उनके प्रयास, योगी जी को उनकी टीम को मैं बहुत बहुत बधाई देता हूं।

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आज मुझे कुछ समय ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट में बिताने का मौका मिला। हमारे वैज्ञानिक मानवता के लिए ऐसे ड्रग्स, जो सस्ते भी हों, कारगर भी हों और साइड इफेक्ट के बिना त्वरित उपचार करने वाले हों, उसके संशोधन में अपनी पूरी जिंदगी लैब में खपा रहे हैं।

वैज्ञानिक एक प्रकार से आधुनिक ऋषि होते हैं, और आधुनिक ऋषि की तरह वो अपने लक्ष्य को समर्पित होकरके मानवता को किस प्रकार पीड़ा से मुक्त किया जाए, बीमारी से मुक्त किया जाए, परंपरागत ज्ञान को आधुनिक व्यवस्था के माध्यम से और सटीक कैसे बनाया जाए उसपर वो काम कर रहे हैं, आज मानव के सामने खासकर के आरोग्य के क्षेत्र में अनेक चुनौतियां हैं। एक दवाई बनाने में सालों बीत जाते हैं, सैकड़ों वैज्ञानिक खप जाते हैं लेकिन उसके पहले नई प्रकार की बीमारी जन्म ले लेती है. लेकिन ज्ञान की मदद से इनोवेशन के बहाने गरीब के गरीब व्यक्ति को हमें फायदा पहुंचाना है।

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आज मुझे इस तकनीकी यूनीवर्सिटी के भवन के लोकार्पण का भी मौका मिला है। डॉक्टर ए पी जे कलाम का नाम इससे जुड़ा है। मैं नहीं मानता की तकनीक की दुनिया में कलाम से बड़कर कोई नाम हो सकता है। विज्ञान यूनीवर्सल है लेकिन तकनीक लोकल होती है. विज्ञान का ज्ञान उपलब्ध है लेकिन हमारी पीढ़ी से उन चीजों की अपेक्षा है कि वो ऐसे अविष्कार करें जो हमारे सामान्य मानविकी की जिंदगी में बदलाव लाएं।

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