बच्चों के एमडीएम का पैसा डकार गई प्रधानाध्यापिका, हो सकती है कार्रवाई

Mohit AsthanaMohit Asthana   24 April 2017 7:48 PM GMT

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बच्चों के एमडीएम का पैसा डकार गई प्रधानाध्यापिका, हो सकती है कार्रवाईबच्चों को एमडीएम न देकर प्रधानाध्यापिका ने एमडीएम का पैसा हड़प लिया।

इश्त्याक खान, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

औरैया। ब्लॉक भाग्यनगर के प्राथमिक विद्यालय फतेहपुर रामू में बीते छह महीने से बच्चों को एमडीएम न देकर प्रधानाध्यापिका ने एमडीएम का पैसा हड़प लिया। ग्रामीणों की शिकायत के बाद जिलाधिकारी प्रधानाध्यापिका की सेवा समाप्ति की कार्रवाई कर सकते हैं।

ग्रामीणों और प्रधान की कई शिकायतों के बाद प्राथमिक विद्यालय फतेहपुर रामू का बीएसए ने जिलाधिकारी के आदेश पर निरीक्षण किया। निरीक्षण में बड़े पैमाने पर प्रधानाध्यापिका द्वारा की गई हेराफेरी नजर आई। एमडीएम और अभिलेखों में जहां हेराफेरी की गई है, वहीं रसोइये का एक साल से मानेदय भी नहीं दिया है। इससे पहले प्राथमिक विद्यालय में 6 माह से बच्चों को एमडीएम न दिए जाने पर गांव के लोगों ने विद्यालय के सामने हंगामा काटते हुए डीएम और बीएसए से प्रधानाध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

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डीएम के आदेश पर बीएसए एसपी यादव ने विद्यालय का निरीक्षण किया तो भारी पैमाने पर कमियां निकल कर सामने आईं। विद्यालय के मिड-डे-मील रजिस्टर में पूरे माह का खाना अंकित था। प्रधानाध्यापिका बच्चों के निवाले को आराम से डकार रही थी और विद्यालय के रजिस्टर पर बच्चों की संख्या दर्शा कर सारा पैसा निकालकर हजारों रूपये के वारे-न्यारे करने में मशगूल रहीं।

प्रधानाध्यापिका की सेवा समाप्त कर रिकवरी की जा सकती है। जिले के जो भी शिक्षक लापरवाही बरतेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
के. बालाजी, जिलाधिकारी

इतना ही नहीं, विद्यालय के नामांकन रजिस्टर पर बच्चों की फर्जी संख्या पाई गई। मौके पर मौजूद खण्ड शिक्षा अधिकारी सुधीर गुप्ता ने मिड-डे-मील के भोजन को लेकर बच्चों से पूछा तो बच्चों ने बताया, हम लोगों को छः माह से खाना नहीं मिल रहा है और स्कूल की छुट्टी होने के बाद भूखे प्यासे घर चले जाते हैं। मैडम माह में एक दो बार स्कूल आती है उस दिन भी भोजन नहीं मिलता है। सिर्फ इतना ही नहीं, प्रतिदिन खाना रजिस्टर में अंकित किया जाता है। परिसर में गन्दगी भी पूर्ण रूप से कायम रहती है।“ विद्यालय में अधिकारियों को मौके पर 18 बच्चे मौजूद मिले।

शिकायत सही पाई गई है। सरकारी अभिलेखों में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गई है। प्रधानाध्यापिका पर निलंबित किए जाने के साथ-साथ सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।
एसपी यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

रसोइए का हड़पा पैसा

विद्यालय की रसोइया कान्ती देवी और सुमन देवी ने प्रधानाध्यापिका पर आरोप लगाया कि एक साल से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। इस सम्बन्ध में प्रधान अजीत सिंह ने अधिकारियों को बताया,’ प्रधानाध्यापिका रसोइयों के मानदेय के भुगतान के लिए चेक पर हस्ताक्षर कराके ले गई थी। स्कूल के एक शिक्षक ने बताया कि आज से 6 माह पूर्व मिड डे मील का खाना उसने अपने पैसों से बनवाया था, उसका भी भुगतान नहीं किया गया है।

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