‘हर समुदाय को आरएसएस से जुड़ने की जरुरत’
गाँव कनेक्शन | Feb 25, 2018, 20:32 IST
मेरठ। जिले में रविवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) राष्ट्रीय स्तर का महासमागम का आयोजन किया गया। इस महासम्मेलन में देशभर से स्वयंसेवकों का जमावड़ा लगा। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि महासमागम में तीन लाख से अधिक की संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
महासम्मेलन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने स्वयं सेवकों में नई ऊर्जा और जोश भरा। सरसंघ चालक ने कहा, “समाज के उत्थान के लिए और उसके विकास के लिए सभी समुदाय के लोगों को आरएसएस से जुड़ने की जरूरत है।“ उन्होंने कहा, “हिन्दुत्व का अर्थ है सत्य, निष्ठा और अहिंसा का पालन करने वाला।“ भागवत ने कहा, भारत ने समय-समय पर विश्व को धर्म दिया है।
उन्होंने आगे कहा, “हमारा देश एक है, क्योंकि हमारे यहां वसुधैव कुटुम्बकम के मंत्र से लोग चलते हैं। संपूर्ण दुनिया अपने प्रकार के प्रयोग करके थक चुकी है, सुविधाएं प्राप्त हुईं, लेकिन सुख-शांति नहीं मिली। दुनिया का कलह मिटा नहीं, दु:ख दूर हुआ नहीं। दुनिया में हिंसा वैसे ही चल रही है। इसलिए विश्व ऐसा सोचता है कि भारत के पास ऐसा रास्ता है, जो सबको सुख दे सकता है। आज संपूर्ण विश्व को एक सूत्र में बांधने वाले धर्म की जरुरत है।“
उन्होंने कहा, “इस कार्यक्रम का नाम राष्ट्रोदय रखा गया है। कई राष्ट्रों के उदय होते रहे हैं। प्रत्येक राष्ट्र का एक प्रयोजन होता है। उसी प्रयोजन को लेकर राष्ट्र का उदय होता है। हमारे देश का प्रयोजन विश्व को रोम अस्तित्व में आया शक्ति के, आदर्श के लिए। लेकिन हमारे राष्ट्र का प्रयोजन ऐसा है जिससे जीवन चलता है, वह धर्म देना, इसलिए हमारा राष्ट्र अमर है।“
राष्ट्रोदय का मंच 182 फीट चौड़ा और 35 फीट ऊंचा बनाया गया है। इस मंच का बैक ड्रॉप 92 फीट ऊंचा है। मंच पर जाने के लिए लिफ्ट और सीढ़ियां बनाई गई हैं। 35 फीट ऊंचे मंच से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने स्वयं सेवकों को संबोधित किया। वहीं, दूसरी तरफ मंच के आगे की तरफ जहां 35 फीट ऊंचा और करीब 125 फीट लंबा चार घोड़ों की आकृति वाला रथ भी लगाया गया है। मंच के पीछे 92 फीट का बैक ड्रॉप सूर्योदय की आकृति का है। इस विशाल आयोजन में अब तक 3 लाख 13 हजार, 393 लोगों ने पंजीकरण कराया है।
सिर्फ बड़ी बिल्डिंगों में बैठकर नीतियां बनाने से नहीं बढ़ेगी किसानों की आय
महासम्मेलन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने स्वयं सेवकों में नई ऊर्जा और जोश भरा। सरसंघ चालक ने कहा, “समाज के उत्थान के लिए और उसके विकास के लिए सभी समुदाय के लोगों को आरएसएस से जुड़ने की जरूरत है।“ उन्होंने कहा, “हिन्दुत्व का अर्थ है सत्य, निष्ठा और अहिंसा का पालन करने वाला।“ भागवत ने कहा, भारत ने समय-समय पर विश्व को धर्म दिया है।
एक सूत्र में बांधने वाले धर्म की जरुरत
The biggest ever gathering of #RSS swayamsevaks in one place at #Rashtroday2018.
Last biggest gathering at Rashtroday programme by RSS was during Kalyan Singh govt,now the magic will be repeated during CM @myogiadityanath in Uttar Pradesh!@RSSorg #Rashtroday2018#राष्ट्रोदय pic.twitter.com/NE3wUw62H1
— Geetika Swami (@SwamiGeetika) February 25, 2018
काफी बड़ा और भव्य मंच
Largest ever RSS meet, Meerut. 6 lakh food packets prepared in 3 lakh homes cutting across caste & creed were collected & distributed among Sevaks.
No single person can identify whether the food is from Upper or Lower Caste home. That's how you fight Caste bias. #rashtroday2018 pic.twitter.com/nsIec6EP9M
— Vishnu (@vishnupks) February 25, 2018
#Rashtroday2018 RSS SarSanghchalak Dr. Mohan Bhagwat ji addressed massive gathering of Swayamsevaks at Meerut. Here is the full speech of Mohanji https://t.co/9XQqVzkUa8 pic.twitter.com/hTbiY8gfOz
— Friends of RSS (@RSS_Org) February 25, 2018