शहीदों की विधवाओं का सीएम के सामने छलका दर्द, सीएम योगी भी नहीं रोक पाए आंसू

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शहीदों की विधवाओं का सीएम  के सामने छलका दर्द, सीएम योगी भी नहीं रोक पाए  आंसूमुख्यमंत्री योगी शहीद के परिवार के साथ 

लखनऊ। मेरे पति को जिसने मारा उन अपराधियों को पुलिस विभाग फांसी से कम की सजा न दिलवाये। शायद उस दर्द को बयां नहीं किया जा सकता है जब दरवाजे पर पति की लाश कफन में लिपटी पड़ी थी और परिवार उनका छुट्टी पर घर वापस आने का इंतजार कर रहा था। उस घड़ी को याद कर रोगटे खड़े हो उठते हैं, लेकिन वक्त के साथ-साथ खुद को मजबूत करना था, क्योंकि अगर मैं खुद कमजोर पड़ जाती तो पिता का साया उठे बच्चों को कौंन संभालता। यह दर्द उस शहीद एसआई जय प्रकाश सिंह की विधवा पत्नी का था, जिसने अपने पति को चित्रकूट जिले के जंगलों में डकैतों से मुठभेड़ में खो दिया है।

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शहीद जय प्रकाश की पत्नी चंडा देवी कहती हैं कि, पति की मौत के बाद बच्चे पालना बेहद मुश्किल था, लेकिन धीरे-धीरे वक्त के साथ बच्चों ने खुद को संभाला और पापा के हत्यारों से बदला लेने के बात कही। उन्होंने कहा कि, वह अपने दो बेटों में से एक बेटे को चाहती है कि, वह यूपी पुलिस में भर्ती होकर जनता की सेवा करें और अपराधियों का सफाया कर समाज को भुय मुक्त बनाये।

उन्होंने कहा कि, बड़ा बेटा शिवम मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है जबकि छोटा बेटा शुभम इस साल इंटर की परीक्षा देगा। वहीं दूसरी ओर आंखों में आँसू भरे शहीद ड्राइवर रवि कुमार रावत की विधवा पत्नी राजबला ने कहा कि, उनके पति की हत्या में शामिल लोगों को फांसी की सजा से कम की सजा नहीं मिलनी चाहिए, क्योंकि इससे ही उन्हें और उनके बच्चों को इंसाफ मिलेगा। कुछ इस तरह का दर्द सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने शहीदों की विधवाओं का छलक उठा। सीएम ने शहीदों के घरवालों को भरोंसा दिया कि, प्रदेश सरकार उनके साथ है और हर तरह की संभव मदद के लिए तत्पर है।

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हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 21 अक्टूबर को प्रदेश भर में कर्तव्य पथ पर अपनी जान न्यौछावर करने वाले पुलिसकर्मियों की स्मृति दिवस मनाया गया। इस अवसर पर राजधानी लखनऊ के रिजर्व पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मौजूद शहीद हुए सभी पुलिसकर्मियों के परिजनों से मिलकर सीएम ने आश्वासन दिया कि, उनके साथ सरकार है और किसी तरह की कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। योगी जैसे ही शहीद हुए पुलिसकर्मियों से हाल पूछने उनके पास पहुंचे तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। शहीद हुए पुलिस कर्मियों के परिवार का दर्द देखकर सीएम अपने आप को रोक नहीं सके और दोबारा उनके पास जाकर उनके दुख-दर्द में खुद को शामिल कर लिया।

पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिजर्व पुलिस लाइनों में पुलिस स्मृती दिवस (पुलिस स्मारक दिवस) के अवसर पर बोलते हुए पुलिस शहीदों के आश्रितों के लिए अनुग्रह राशि को दोगुना कर दिया है। इससे पहले, मुआवजे की राशि केवल 20 लाख थी जो कि 40 लाख तक बढ़ी है। इसके अलावा, शहीदों के माता-पिता को अब 10लाख रुपए पूर्व अनुग्रह के रूप में दिया जाएगा जो 5 लाख रुपए पहले था। उन्होंने शहीदों की बहादुरी को सलाम करते हुए कहा कि उनके परिवार के लिए सरकार हमेशा साथ खड़ी है। उत्तर प्रदेश पुलिस स्मृति दिवस पर मुख्यमंत्री ने परेड के दौरान शीश झुकाकर परेड की सलामी ली और कहा कि पुलिस स्मृति दिवस के इस भावपूर्ण अवसर पर मैं विनीत भाव से उन सभी पुलिसकर्मियों का स्मरण करता हूं जिनके प्राणोत्सर्ग ने राष्ट्र की नींव को अपने रक्त से सींच कर उसे और अधिक दृढ़ता तथा स्थायित्य प्रदान किया है। परेड की सलामी लेने के बाद शहीदों की समाधि पर जाकर श्रधांजलि दी। उन्होंने कहा कि शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों के लिए प्रदेश सरकार हर समय तत्पर रहेगी। इस मौके पर डीजीपी सुलखान सिंह के अलावा भारी मात्रा में पुलिस अफसर मौजूद रहे। वहीं सीएम ने एएसपी स्तर के अधिकारी को मिलने वाले अतिरिक्त भत्ते में वृद्धि करने का ऐलान किया है। जिसमें एएसपी/ डीएसपी स्तर के अधिकारियों के लिए 600 थी जो अब 800 तक बढ़ा दी गई है। क्लर्क स्तर तक निरीक्षकों के लिए 900 थी, जो बढ़कर 1200 हो गई है, कांस्टेबल के लिए 1050 थी, जो बढ़ी है 1500 रुपए और वर्ग चार के कर्मचारियों के लिए भत्ता 900 थी जो बढ़कर 1350 हो गई है। साथ ही मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को मिलने वाले वीरता पदक में बढोत्तरी करने की घोषणा की है।इस मौके पर पुलिसकर्मियों के पौष्टिक आहार और वाहन भत्ता को भी बढ़ाने की घोषणा की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार पुलिस के जवानों के साथ हमेशा खड़ी है। प्रदेश को अब अपराध मुक्तए भय मुक्त प्रदेश बनाने के लिए पुलिस के जवानों को पूरी तरीके से छूट दी गई है।

उन्होंने मंच से ही एसटीएफ और एटीएस के काम की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बेहतर काम किया है। योगी ने कहा कि प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के लिए काम किया जा रहा है। हर जिलों में पुलिस अधिकारियों को प्रतिदिन फुट पेट्रोलिंग और चेकिंग करने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने इस मौके पर शहीदों के परिवार के लोगों का सम्मान भी किया।

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मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने स्मृति दिवस के मौके पर यूपी-100 को और मजबूत करने की बात कही। कहा कि जब से उनकी सरकार आयी है तब से यूपी में अपराध बढऩे के बजाए ग्राफ घटा है। उन्होंने कहा कि सूबे में होने वाले त्योहार जैसे दीपावली, धनतेरस, मोहर्रम व ईद पर किसी तरह का दंगा नहीं हुआ है। कहा कि यूपी पुलिस हर समय चौकन्ना है और आगे भी रहेगी। यह भी कहा कि कोई पुलिस अफसर लापरवाही में मिला तो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि 547 मुठभेड़ हुई और 1080 इनामी बदमाशों पर कार्रवाई हुई तथा 22 इनामी बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। जबकि 19 आतंकी गिरफ्तार हुए और एक आतंकी को भी पुलिस ने मार गिराया।

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