पीलीभीत में बजट न आने की वजह से नहीं हो सकी शारदा डैम की मरम्मत

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
पीलीभीत में बजट न आने की वजह से नहीं हो सकी शारदा  डैम की मरम्मतशारदा डैम।

अनिल चौधरी, स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

पीलीभीत। जनपद पीलीभीत में स्थित 22 किमी लंबे शारदा डैम से एक दर्जन जनपदों की लाखों एकड़ फसलों की सिंचाई की जाती है। प्रतिवर्ष बरसात होने से पहले इस डैम की सफाई और मरम्मत कार्य पूरा कर लिया जाता था, लेकिन इस बार सरकार द्वारा बजट उपलब्ध न करा पाने के कारण इस डैम की मरम्मत का नहीं हो पाई।

ये भी पढ़ें : शारदा नदी ने किया अपनों से दूर

शारदा सागर खंड द्वारा कई प्रोजेक्ट बनाकर सरकार को भेजे गए, लेकिन सरकार ने किसी भी प्रोजेक्ट के लिए कोई बजट विभाग को उपलब्ध नहीं कराया। क्योंकि अब बरसात का मौसम शुरू हो चुका है और इस डैम को बग़ैर मरम्मत के ही शारदा नदी के पानी से भरना विभागीय अधिकारियों की मजबूरी बन गई है।

प्रदेश के एक दर्जन जनपदों में लाखों एकड़ भूमि की सिंचाई के लिए नहरों में शारदा सागर डैम से पानी छोड़ा जाता है, लेकिन इस बार डैम की मरम्मत का कोई कार्य नहीं हुआ है। डैम की मरम्मत के लिए विभागीय अधिकारियों ने कई प्रोजेक्ट सरकार को बनाकर भेजे। इन प्रोजेक्टों में डैम के भारी हिस्से की क्षतिग्रस्त सीपेज लॉग व क्रॉस ड्रेन एवं आउटफॉल की मरम्मत, डैम के भीतरी हिस्से की टूटी पिचिंग की मरम्मत का कार्य शामिल है, लेकिन सरकार द्वारा किसी भी प्रोजेक्ट के बजट उपलब्ध नहीं कराया गया। मात्र डैम के भीतरी हिस्से की मरम्मत के लिए केवल शासन द्वारा दो करोड़ की धनराशि ही प्राप्त हुई, जबकि इस कार्य के लिए विभाग द्वारा छह करोड़ रुपए की मांग की गई थी। इधर, इस बार अभियंता आला अफसरों के निर्देश पर जर्जर डैम में ही पानी का भंडार करने की तैयारी में हैं।

अभियंताओं के मुताबिक, डैम को रुक-रुककर भरा जाएगा और बीच-बीच में नहर के माध्यम से डैम को खाली भी किया जाता रहेगा। शारदा नदी के किनारे बसे रमनगरा गाँव के निवासी विजयपाल (55 वर्ष) बताते हैं, “बांध में इस बार मरम्मत कार्य न होने के कारण बांध को काफी नुकसान हो सकता है।”

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

               

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.