स्वच्छ भारत मिशन : साइकिल चलाकर देश में शहर-शहर जाकर स्वच्छता का संदेश दे रहे जयदेव

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स्वच्छ भारत मिशन : साइकिल चलाकर देश में  शहर-शहर जाकर स्वच्छता का संदेश दे रहे जयदेवभारत यात्रा के दौरान लोगों के साथ जयदेव राउत

लखनऊ। पिता की मृत्यु हो गयी लेकिन वह उनके क्रियाक्रम में न पहुंच कर लोगों को भारत को स्वच्छ रखने के संदेश दे रहे थे। भारत स्वच्छता अभियान के तहत सम्पूर्ण भारत यात्रा पर निकले जयदेव राउत अपनी परेशानियों को पीछे छोड़कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।

पश्चिम बंगाल के हुगली के रहने वाले जयदेव राउत 26 फरवरी 2017 को देश को स्वच्छ रखने का संदेश देने के लिए चापदानी, पश्चमि बंगाल, जिला हुबली से साइकिल से निकले थे। जयदेव दक्षिण भारत, उड़ीसा, आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल होते हुए बीती 30 जुलाई को उत्तर प्रदेश पहुंचे थे। उत्तर प्रदेश के मथुरा, आगरा, इटावा और कानपुर होते हुए जयदेव शनिवार को लखनऊ में शहरविसयों को यह संदेश दे रहे थे कि जिस तरह से आप खुद को, अपने घर व अपनी चीजों का स्वच्छ रखते हैं उसी तरह शहर को भी स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी आप सभी की है।

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जयदेव राउत (47 वर्ष) ने बताया, “मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बहुत प्रभावित हूं। उनका सपना है कि भारत देश स्वच्छ बने इसलिए मैँ उनके सपने को पूरा करने के लिए प्रयासरत हूं। मैं मोदी जी से मिल नहीं सका लेकिन मेरा सपना है कि मैं उनसे मिलूं। मैं उनके भाई पंकज मोदी से मिल कर आया हूं।”

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जयदेव आगे बताते हैं, “मैंने इस यात्रा को नाम दिया है पैडल फॉर स्वच्छ भारत। मैं साइकिल से चलता हूं और लोगों को शहर को स्वच्छ रखने के लिए निवेदन करता हूं। मेरी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, मैं जूट मिल में काम करता था और प्रतिदिन चार सौ रुपये दिहाड़ी पाता था। लेकिन मेरे यात्रा पर निकलने के बाद मेरी पत्नी और बेटी अकेली हैं और बेटी जो कि बीस वर्ष की है वह ट्यूशन पढ़ाकर घर चलाती है। कई बार दिक्कतें भी आयीं है लेकिन मैं अपनी यात्रा जो कि लगभग 2 अक्टूबर को पूरी होगी उसी के बाद घर वापस जाऊंगा।”

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अपनी यात्रा के दौरान जयदेव धावक मिल्खा सिंह, पूनम महाजन व मनोज तिवारी से मिल चुके हैं। खास बात यह है कि भारत यात्रा पर निकले जयदेव अपनी यात्रा के लिए किसी से कोई पैसे नहीं लेते हैं। सुबह से शाम तक जहां वर शहर में घूम-घूम कर लोगों को शहर और अपने आस-पास सफाई रखने के लिए प्रेरित करते हैं तो रात में किसी गुरुद्वारे या भाजपा के शहरीय कार्यालय में रात गुजारते हैं। जयदेव रविवार को लखनऊ से अयोध्या की ओर जायेंगे और वहां से वाराणसी, गोरखपुर जैसे उत्तर प्रदेश के कई अन्य जिलों के बाद मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार व आसाम होते हुए अपने घर पश्चिम बंगाल का रुख करेंगे।

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