लखनऊ में बड़े रेल हादसे की साजिश नाकाम, ट्रैक से गायब मिलीं 77 पेंडोल क्लिप्स

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लखनऊ में बड़े रेल हादसे की साजिश नाकाम, ट्रैक से गायब मिलीं 77 पेंडोल क्लिप्सरेलवे ट्रैक से निकली क्लिप

लखनऊ। यूपी की राजधानी में रविवार सुबह एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। जब पूर्वोत्तर रेलवे के बादशाहनगर जंक्शन तथा डालीगंज रेलवे स्टेशन के बीच में पटरियों के बीच से 77 स्लीपर्स पेंड्राल क्लिप गायब मिली हैं। रेल कर्मियों की सतर्कता से टल गया बड़ा हादसा।

घटना की सूचना पर यूपी एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) और महानगर पुलिस भी तत्काल पहुंच गई। टीम ने पूरे घटनास्थल का डॉग स्क्वाड टीम के साथ निरिक्षण किया है। आईजी एटीएस असीम अरूण ने बताया कि, पूरे प्रकरण की जांच चल रही है।

वहीं पूर्वोतर रेलवे के पीआरओ आलोक श्रीवास्तव ने कहा, "पटरियों से प्लेट के गायब होने की जानकारी मिलने के बाद इंजीनियरिंग टीम 15 मिनट में मौके पर पहुंच गई। करीब 2.20 में हमने ट्रैक पर सामान्य कर दिया था।" आलोक श्रीवास्तव बताते हैं, "गैंगमैन की सूचना पर जब इंजीनियरिंग की टीम मौके पर पहुंची, तो उसने ट्रैक के आस-पास चेक किया तो 77 स्लीपर्स पेंड्राल क्लिप गायब मिली हैं। जिसके बाद रेल अधिकारी उस ट्रैक को ठीक करने में लग गए। फिलहाल ट्रैक पर रेल यातायात सामान्य हो गया है।"

पीआरओ ने बताया कि इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ महानगर थाने में एफआईआर दर्ज करवायी जा रही है। रेलवे की टीम भी इस घटना की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि कोई ऐसा गैंग है जो इन पेंड्राल क्लिप को गायब करता है।

उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन ने आतंकवाद से जुड़े दुर्घटना के संदेह की जांच के लिए एटीएस को मौके पर भेजा। पुलिस की माने तो रेलवे कर्मचारियों द्धारा पंड्रोल क्लिप का समय पर पता लगने के चलते एक बड़ी घटना टल गई, क्योंकि कुछ देर पहले ही कैफियत एक्सप्रेस तेज गति से उस ट्रैक से गुजरी थी, लेकिन वह हादसे की शिकार नहीं हुई। उत्तर पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक, राजीव अग्रवाल ने स्थिति की जांच करने के लिए मौके पर गए रेलवे के दो कर्मचारियों को सतर्कता के लिए नकद पुरस्कार भी दिया, जिससे बड़ी ट्रेन त्रासदी की घटना वक्त रहते टाली जा सकी।

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