लखनऊ में दो महीने में कानून व्यवस्था में परिवर्तन दिखेगा: एसएसपी दीपक कुमार

Basant KumarBasant Kumar   28 April 2017 6:29 PM GMT

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लखनऊ में दो महीने में कानून व्यवस्था में परिवर्तन दिखेगा: एसएसपी दीपक कुमारदीपक कुमार ने शुक्रवार को लखनऊ के एसएसपी का पदभार संभाला। फोटो- विनय गुप्ता

लखनऊ। सम्मानित लोगों के साथ पुलिस मित्र की तरह काम करेगी और जो लोग समाज में गलत करते हैं, उनके साथ पुलिस सख्ती से पेश आएगी। आने वाले दो महीने में राजधानी की कानून व्यवस्था में परिवर्तन दिखेगा। यह बातें लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभालते हुए दीपक कुमार ने कही।

कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आपकी क्या प्राथमिकता है?

लखनऊ की कानून व्यवस्था मजबूत हो और लोगों का पुलिस पर भरोसा बढ़े इसके लिए हम काम करेंगे। हम गाँव स्तर पर समाज के सम्मानित लोगों की टीम बनायेंगे जो समाज में गलत कर रहे लोगों को बारे में हमें बतायेंगे। समाज में कौन गलत है यह स्थानीय लोग सही से बता सकते हैं। जानकरी मिलने के बाद हम उनपर करवाई करेंगे।

आधी-आबादी सुरक्षित रहे इसके लिए एंटी रोमियो स्क्वाड को मजबूती से लागू करेंगे और जो व्यक्ति महिलाओं के खिलाफ गलत करेगा उसपर करवाई की जाएगी। इसके अलावा हमारी प्राथमिकता में लखनऊ की ट्रैफिक व्यवस्था को भी ठीक करना है। ट्राफिक यहाँ एक बड़ी समस्या है इस समस्या से शहर के लोगों को बचाने करने के लिए हम जागरूकता अभियान चलाएंगे। इसके लिए हम स्थानीय लोगों से मदद भी लेंगे।

एंटी रोमियो स्क्वाड में सही लोगों को परेशान न किया जाए इसके लिए आप क्या करेंगे?

एंटी रोमियो स्क्वाड आधी आबादी को सुरक्षित रखने के लिए एक सकारात्मक पहल है। आम लोगों को परेशान न किया जाए इसके लिए हम एक स्टैंडिंग आर्डर जारी करेंगे। मैं गाज़ियाबाद में था तो भी स्टैंडिंग आर्डर जारी जिया था जिसमें साफ-साफ लिखा है कि किसी भी तरह से पार्क में बैठे हुए जोड़ो या ग्रुप में जाने वाले लड़कों को परेशान न किया जाए। एंटी रोमियो स्क्वाड का सिर्फ और सिर्फ एक मकसद है आवारा किस्म के लड़कों को सुधारना जो सड़क चलते लड़कियों को परेशान करते है।

पुलिस के अलावा कुछ आम नागरिक भी पार्क में बैठे जोड़ों को परेशान कर रहे है उनपर करवाई होगी?

इस तरह के काम करने वालों पर पुलिस सख्ती से करवाई करेगी। जिनको अधिकार नहीं है वो अगर किसी को परेशान करते है तो इसको किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनको किसी भी स्थिति में पुलिस नहीं छोड़ेगी।

अभी भी थानेदार दबंगों के दबाव में एफआईआर दर्ज नहीं करते हैं। एफआईआर दर्ज हो इसके लिए क्या करेंगे?

जिम्मेदारी लेने के बाद ही मैंने अपने अधिकारीयों से बोला है कि एफआईआर सौ प्रतिशत किया जाए। दूसरा हमने आज ही अपने यहाँ के रीडर साखा में एफआईआर दर्ज कराने की व्यवस्था होगी। अगर किसी का एफआईआर दर्ज नहीं हो रहा तो वो यहाँ आकर एफआईआर फ़र्ज़ करा सकते है। एफआईआर दर्ज करके उस थाने में भेज दी जाएगी और उसके बाद उस सम्बन्धित थाने के थानाध्यक्ष से पूछताछ करके उनपर करवाई की जाएगी। एफआईआर 24 घंटे के अंदर दर्ज कराने की जिम्मेदारी हमारी होगी।

कमजोर और गरीब लोगों की जमीनों पर कब्जा करना आम बात है। अक्सर देखा जाता है कि पुलिस भी दबंगों के पक्ष में रहती है?

जमीन कब्जा सम्बन्धित मामला डीएम के पास होता है। पुलिस इससे अकेले राजस्व विभाग, नगर निगम और एलडीए के साथ मिलकर एक टीम बनाएगी जो भूमि के असली मालिक की पहचान करेगी और किसी के जमीन पर कब्जा न हो इसके लिए काम करेगी।


           

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