‘पर्यावरण संरक्षण’ का पाठ साइकिल चलाकर पढ़ा रहे युवा रतन 

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‘पर्यावरण संरक्षण’ का पाठ साइकिल चलाकर पढ़ा रहे युवा  रतन साइकिल से यात्रा करते रतन रंजन।

रहनुमा बेगम, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

औरैया। पर्यावरण के संरक्षण के लिए सामाजिक ज्ञान केंद्र संस्था दिल्ली के तत्वावधान में बिहार के वैशाली जिला निवासी रतन रंजन ने साइकिल यात्रा शुरू की है। यह यात्रा दिल्ली से शुरू हुई है, जो बिहार के सीवान जिले में समाप्त होगी। थाना बेलसर के बिलवर गाॅंव निवासी रतन औरैया पहुंचने पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। वे बताते हैं कि संस्था जिले में जगह-जगह पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने का कार्य करती है। वे अपने बारे में बताते हैं कि अब तक उन्होंने तीन प्रदेशों की साइकिल यात्रा शुरू की है। दिल्ली से शुरू हुई यात्रा को जमुही लोक सभा क्षेत्र बिहार के सांसद चिराग पासवान ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा का शुभारंभ किया। उनकी ये यात्रा कानपुर से इलाहाबाद, बनारस, चंदौली होती हुई सीवान पहुंचेगी। यात्रा 10 मई से शुरू हुई है, जोकि 10 जून को वैशाली में समाप्त होगी।

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इस यात्रा में वे जगह-जगह पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों के साथ मिलकर पौधारोपण करने समेत पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम भी करेंगे। वे कहते हैं कि साइकिल चलाने से पर्यावरण सुरक्षित रहेगा और शरीर भी स्वस्थ रहेगा। पौधे लगाने के बाद उनके संरक्षण और देखरेख के लिए 24 घंटे में मात्र 20 मिनट देने की सलाह दी। एक पौधे को अगर 5 मिनट का समय एक दिन में दिया जाए तो भी पौधा सुरक्षित रहेगा। बिना पौधों के मानव जीवन पर खतरा मंडराने लगा है।

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आपदाओं की वजह पेड़ न होना

आपदाएं आज पौधे न होने की वजह से हावी हो रही है। अगर इसी तरह पौधों की कटान होती रही तो वो दिन दूर नहीं है, जब हम लोगों को शुद्ध आक्सीजन के लिए परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

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रतन रंजन ने बताया, “रतन अपने बारे में बताते हैं कि इससे पहले भी वह साइकिल यात्रा कर चुके हैं। इससे पहले पांच माह की यात्रा की थी, जिसमें उनका नाम लिम्का बुक में भी दर्ज हो चुका है। संस्था समाज हित के क्षेत्र में समय-समय पर कार्य करती आ रही है।”

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