उन्नाव गैंगरेप: पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत, 6 पुलिसकर्मी निलंबित

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उन्नाव गैंगरेप: पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत, 6 पुलिसकर्मी निलंबितभारी पुलिस फोर्स के बीच हो रहा पोस्टमार्टम।

सीएम आवास के सामने खुदकुशी की कोशिश करने वाली गैंगरेप पीड़िता के पिता की जेल में संदिग्ध हालात में मौत के बाद सूबे की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। मामले के तूल पकड़े जाने के बाद पुलिस हरकत में है। प्रशासन ने इस मामले में थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं आरोपी बीजेपी के विधायक कुलदीप सेंगर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

उन्नाव के माखी थाना क्षेत्र निवासी 18 वर्षीय एक युवती ने उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर और उनके भाइयों पर पिछले साल सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया था। अदालत के आदेश पर इस संबंध में मुकदमा दर्ज हुआ था।आरोपियों के बजाय अपने पिता के खिलाफ कार्रवाई किये जाने से क्षुब्ध होकर कथित बलात्कार पीड़ित युवती ने रविवारको मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह का प्रयास किया था।

पीड़िता का राे-रोकर हुआ बुरा हाल।

भाजपा विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की के पिता को रविवार रात को जेल में पेट दर्द के साथ खून की उल्टियां शुरू हुई थीं। उसके बाद उन्हें तुरंत जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। तड़के लगभग तीन बजे उसकी मौत हो गयी। उसकी उम्र करीब 50 वर्ष थी. लड़की माखी थाना क्षेत्र की रहने वाली है। इस घटना के बाद अब शासन-प्रशासन में हड़कम्प मच गया है।

मीडिया को बयान देते उन्नाव के डीएम एनजी रवि।

पीड़िता और उनके परिजनों ने विधायक सेंगर पर जेल में पिता की हत्या कराने का आरोप लगाया है। उनका इल्जाम है कि मुकदमा वापस ना लेने पर गत तीन अप्रैल को विधायक के भाई अतुल सिंह ने पीड़िता के पिता को मारापीटा था। गम्भीर रूप से घायल होने के बाद पीड़ित माखी थाने में मुकदमे की तहरीर देने गया तो पुलिस ने पांच अप्रैल को उसी के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया।

वहीं पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि का कहना है,“ मामले के चार नामजद अभियुक्तों सोनू, बउवा, विनीत और शैलू को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, माखी के थाना प्रभारी अशोक कुमार को निलम्बित कर दिया गया है। ”

जिलाधिकारी रवि कुमार एनजी का कहना है, “जब दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था तो एक पक्ष को ही जेल क्यों भेजा गया, इसकी जांच करायी जायगी। साथ ही मृतक का डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने के आदेश दिये गये हैं।”

(इनपुट: भाषा)

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