उत्तर प्रदेश के तीन हजार स्कूलों के खिलाफ नोटिस जारी, हो सकती है मान्यता रद्द 

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उत्तर प्रदेश के तीन हजार स्कूलों के खिलाफ नोटिस जारी, हो सकती है मान्यता रद्द प्रतीकात्मक फ़ोटो 

लखनऊ। प्रदेश में स्कूलों में बगैर मान्यता लिए संचालन को लेकर सरकार सख्त है । ऐसे स्कूलों को नोटिस जारी किया जा रहा है। किस तरह से प्रदेश के लाखों बच्चे अवैध तरीके से संचालित स्कूलों में पढ़ रहे हैं, इससे उनके भविष्य को लेकर अंदाजा लगाना आसान है। बागपत में 200, लखनऊ में करीब 107, सुल्तानपुर में 307, रामपुर 300, कानपुर में 800, कानपुर देहात 600, मेरठ में 500 स्कूलों को नोटिस भेजा गया है। प्रदेश में करीब तीन हजार गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के संचालन की सूचना सरकार के पास है। जिसमें मुख्य रूप से आठवीं तक के स्कूलों का गलत तरीके से संचालन किया जा रहा है। कुछ स्कूल फर्जी बोर्ड के माध्यम से हाईस्कूल और इंटर भी करवा रहे हैं। ऐसे स्कूलों के अलावा इन बोर्ड पर भी अलग से कड़ी कार्रवाई की तैयारी है।

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शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत बगैर मान्यता और मानक के एक भी स्कूल नहीं चल सकता है। अधिनियम के प्रावधान फर्जी स्कूल पर प्रतिदिन 10 हजार रुपए जुर्माना लगाया जाना है। जुर्माने की रकम अधिकतम एक लाख रुपये हो सकती है। जुर्माना न अदा करने पर भू राजस्व की तरह इसकी वसूली करने की व्यवस्था है। इसके बाद विद्यालय संचालक पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश हैं। अधिनियम के प्रावधानों का पालन करने के लिए इस साल मार्च महीने से राजधानी में फर्जी स्कूलों की सूची तैयार की गई। सूची के आधार पर फर्जी स्कूलों को नोटिस जारी किया गया। नोटिस के बाद कुछ स्कूल ने तो स्कूल बंद कर दिए लेकिन ज्यादातर अभी तक अपनी दुकान खोले हुए हैं। 31 अगस्त तक नए स्कूल की मान्यता के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि होती है। इससे पहले गैरमान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ पूरे प्रदेश में बड़ा अभियान चला कर कार्रवाई किये जाने की तैयारी की जा रही है।

सरकार की नाक के नीचे फर्जी स्कूल बोर्ड चल रहा है। ‘बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन, दिल्ली’ के नाम से चल रहे इस बोर्ड ने प्रदेश में लगभग 150 स्कूलों को मान्यता दे रखी है। लखनऊ में लगभग दो दर्जन स्कूल इससे संबंद्घ है। मान्यता न होने के बाद भी ये बोर्ड हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परिक्षाएं आयोजित करा रहा है और विद्यार्थियों का मार्क्सशीट और सर्टिफिकेट बांट रहा है। नतीजतन लगभग 20 हजार विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग गया है।

दिल्ली से मान्यता का दावा

बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन, दिल्ली के समन्वयक आरके श्रीवास्तव का दावा है कि बोर्ड का पंजीकरण दिल्ली में किया गया है। उनका दावा है कि बोर्ड की स्थाकपना 1930 में की गई थी। मगर आरके श्रीवास्तव बोर्ड के मुख्यालय तक के बारे में सही जानकारी नहीं दे पाए। कांफ्रेंस में बताया गया कि बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन का मुख्यालय दिल्ली के कड़कड़डूमा इलाके में है। जबकि बोर्ड द्वारा जारी किए गए इंटरमीडिएट के अंक पत्र पर इसका मुख्यालय गोपालपुर गांव (तिमारपुर) दिल्ली-9 दिया गया है। आरके श्रीवास्तव का दावा है कि बोर्ड का गठन 1930 में हुआ था, जबकि इसी अंक पत्र में गठन 1956 में गंगाराम आर्य नाम के शख्स द्वारा किए जाने की जानकारी दी गई है। जानकारी के मुताबिक, 2005 के बाद से यह बोर्ड उत्त र प्रदेश में सक्रिय है और स्कूलों को मान्यताएं दे रहा है।

प्रदेश में 150 स्कूलों को फर्जी मान्यता

बोर्ड ऑफ हायर सकेंडरी एजुकेशन ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में 150 स्कूलों को मान्यता दे रखी है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इसने प्रज्ञा बालिका इंटर कॉलेज समेरा, सिन्हा सीनियर सेकेंडरी स्कूल काकोरी, विंध्याचल देवी इंटर कॉलेज पलटन छावनी, मां सरस्वती इंटर कॉलेज सरोजनी नगर, संगीता सीनियर सेकेंडरी स्कूल सरोजनी नगर, आरजे जूनियर हाईस्कूल, एसके मॉण्टेसरी दुबग्गा बाइपास, ग्रीन-वे पब्लिक स्कूल दुबग्गा बाइपास समेत चार अन्य स्कूल का मान्यता दे रखी है। प्रदेश में मैनपुरी, गाजीपुर, प्रतापगढ़, फीरोजाबाद, मथुरा, बांदा, आगरा, मुरादाबाद, वाराणसी, गोंडा, कांशीरामनगर, बागपत, बदायूं, जालौन, मेरठ, अलीगढ़, फैजाबाद, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई और झांसी में इस बोर्ड से कई संबद्घ कई स्कूल हैं। प्रदेश में इस प्रकार फर्जी बोर्ड चलने और धड़ाधड़ स्कूलों को मान्यता बांटने से शासन की कार्य शैली पर सवाल उठने लगा है। शासन की ओर से दावा किया जा रहा है कि 1952 में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के कार्यक्षेत्र के विस्तार के बाद इस बोर्ड की मान्यता रद्द कर दी गई थी। लेकिन प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा विनियमों की खामी का फायदा उठा कर ये बोर्ड स्कूलों को मान्यता प्रदान कर रहा है।

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केवल लखनऊ में इन स्कूलों को जारी हो चुकी हैं दो नोटिस

सरस्वती इंटरनेशनल स्कूल काजीखेड़ा मलिहाबाद, श्रीमती गुरुदेई प्यारेलाल पब्लिक स्कूल काकोरी, अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद स्कूल बड़ागांव स्कूल काकोरी, जीपी मेमोरियल स्कूल बड़ागांव काकोरी, जीनियस कॉवेंट स्कूल मौरा काकोरी, बाबा लक्ष्मणदास जूनियर हाईस्कूल कसमंडी खुर्द मलिहाबाद, जनशक्ति विद्या मंदिर सिसेंडी मोहनलालगंज, पन्ना बाबा स्कूल अमानीगंज मलिहाबाद, एसीडी पब्लिक स्कूल जबरौली मोहनलालगंज, वीएचसी एकेडमी गुरुकुल जेहटा काकोरी, द्वारिका पब्लिक स्कूल सरदारनगर आजादनगर बालागंज, यशोदा देवी प्राथमिक पाठशाला औरास रोड मलिहाबाद, आरजे एस मॉडर्न रहीमाबाद, सरस्वती ज्ञान मंदिर रुसैना जौरिया मलिहाबाद, डॉ. भीमराव अंबेडकर मेमो स्कूल मोहज्जीपुर मलिहाबाद, पूजा एकेडमी तिलकखेड़ा मवईकला, मवईकला मलिहाबाद, मॉडर्न मा. स्कूल अमानीगंज कसमंडी खुर्द मलिहाबाद, शांति शिक्षा निकेतन गौसखेड़ा कसमंडी खुर्द मलिहाबाद, एमवी पब्लिक स्कूल हटौली मधवापुर मलिहाबाद, श्री मेवालाल गुप्ता मा. स्कूल अमानीगंज कसमंडी खुर्द मलिहाबाद, यूनााइटेड पब्लिक स्कूल कसमंडी खुर्द मलिहाबाद, सरस्वती पब्लिक स्कूल कटौली मलिहाबाद, एम रोशन पब्लिक मा. स्कूल गोलागंज मलिहाबाद, स्वागत शिक्षा संस्थान मवई कलां मलिहाबाद, जनता बाल विकास कसमंडी खुर्द मलिहाबा, लर्न एंड ग्रो अलमास बाग हरदोई रोड मलिहाबाद, प्लेजेंट डे स्कूल कैंपबेल रोड बालागंज, सिटी इंटरनेशनल स्कूल निकट कर्बला बालागंज, एजूकेशनल एकेडमी हरी नगर बालागंज, सिटी मॉडल स्कूल दुबग्गा रिंग रोड, इकरा पब्लिक रामनगर बालागंज (मदरसे की मान्यता), चाइल्ड केयर स्कूल वजीरगंज कोतवाली के पास, रानी रसूललपुर विद्यालय गोलागंज, डी मास किड्ड्ढस स्कूल एकतानगर बालागंज, आदर्श भारतीय विद्यालय आजादनगर बालागंज, गोल्डेन फ्यूचर पब्लिक स्कूल सेक्टर के अलीगंज, बीएसडी स्कूल सेक्टर तीन जानकीपुरम, आवासीय प. स्कूल हनुमानपुरी सरोजनीनगर, मदर टेरेसा स्कूल चक्करपुरवा, प्रधान कॉवेंट चक्करपुरवा, ऑक्सफोर्ड चिल्ड्रन एकेडमी भीखमपुर, कुंज शाइन डे स्कूल बड़ी जुगौली, अल्बर्ट मांटेसरी स्कूल उदयगंज, वृज ज्योति पब्लिक स्कूल जियामऊ, न्यू गांधी पब्लिक स्कूल छितवापुर, जेपी मॉडल स्कूल औरंगाबाद, न्यू औरंगाबाद पब्लिक स्कूल, जयहिंद प. स्कूल न्यू गडौरा, एसडी मांटेसरी स्कूल औरंगाबाद, शिवा पब्लिक स्कूल किला मोहम्मीदनगर, परवीन मांटेसरी स्कूल औरंगाबाद,रेडियन रोज प. स्कूल न्यू गडौरा, न्यू लाइट चिल्डे्रन एकेडमी न्यू गडौरा, यूनिवर्सल नर्सरी कॉवेंट शराफतनगर रहीमाबाद, एसटीएफ एकेडमी बरौली खलीलाबाद, सद्ड्ढभावना स्कूल राजीवनगर खरिका, कान्हा कॉवेंट स्कूल खरिका, सेंट मॉर्गस स्कूल मोहरीबाग खरिका, एसके एकेडमी गौरी विहार लखनऊ, कामद कॉवेंट स्कूल अमौसी, सरल मांटेसरी स्कूल गौरी विहार, कैपिटल पब्लिक सकूल गहरू, सेंट एग्नेस स्कूल सरोजनीनगर, विमला इं.प. स्कूल मकदूमपुर कैथी बिजनौर, सेंट बासिल्स स्कूल वृंदावन का.से.-6कैंट रोड, यूनिक मा.स्कूल चारबाग, शिशु शिक्षा निकेतन पान दरीबा चारबाग, सुभाष स्कूल तिवारी हाता मवैया, चिल्डे्रन स्कूल मॉडल हाउस, यूनियर मैरी स्कूल गोलागंज, आराधना मा.स्कूल भिठौली चिनहट, कृष्णा पब्लिक स्कूल पूरबगांव चिनहट, एसपीएस स्कूल देवरिया चिनहट, सेंट जेवियर प. स्कूल लौलाई चिनहट, फ्यूचर प्रोग्रेसिव स्कूल लौलाई चिनहट, महाराजा देवी मेमोरियल स्कूल बौरूमऊ चिनहट, विमला शिक्षा निकेतन हिरनपुरी चिनहट, न्यू ऐरा चंदियामऊ चिनहट, ज्ञानोदय विद्यालय अनौरा चैकी चिनहट, महादेव मेमोरियल स्कूल मौलवीगंज, जनता हाईसकूल विरुहा गोसाईंगंज, अनुज मे.हाईस्कूल गोसाईंगंज, बाबूलाल न्यू जनता जूनियर हाईस्कूल कासिमपुर गोसाईंगंज, न्यू एसजीएम कासिमपुर गोसाईंगंज, गंगागंज कॉवेंट स्कूल गंगागंज गोसाईंगंज, एसके पब्लिक स्कूल अमेठी गोसाईंगंज, आलमाइटी कैंब्रिज एकेडमी मोहम्मदाबाद गोसाईंगंज, गुरु प्रसाद जूनियर हाईस्कूल सलेमपुर गोसाईंगंज, लक्ष्मी नारायण मा. स्कूल शिवलर गोसाईंगंज, स्कॉलर एकेडमी मखदूमनगर गोसाईनगर, आरके स्कूल नगराम रोड बहरौली गोसाईंगंज, गायत्री कॉवेंट स्कूल हयातनगर बसंतकुंज, राइट वे प.सी.से. स्कूल बेगरिया रोड दुबग्गा, रिपब्लिक का.स्कूल बालागंज, लिटिल एकेडमी सरफराजगंज बालागंज, स्टार प्लेनेट्ड्ढस स्कूल गौरी विहार, सेंट एंस डे स्कूल भोलाखेड़ा आलमबाग, एसडी प. स्कूल भोलाखेड़ा आलमबाग, बेस्ट चिल्ड्रेन लाइफ एकेडमी औरंगाबाद, सरोज मांटेसरी स्कूल वृंदावन तेलीबाग, एसजीएस पब्लिक स्कूल भगवंतनगर निलमथा।

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डा दिनेश शर्मा (उप मुख्यमंत्री) ने इस मसले पर कहा कि प्रदेश भर में माध्यमिक हों या बेसिक सभी तरह के गैर मान्यता प्राप्त या फर्जी बोर्ड के माध्यम से संचालित किये जा रहे स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत इस तरह से बिना मान्यता के किसी भी स्कूल का संचालन नहीं किया जा सकता है। नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। आगामी सत्र में ऐसी सभी स्कूलों को मान्यता लेकर मानकों का पालन करना ही होगा।

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