उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव परिणाम : भाजपा के 14 और बसपा के दो मेयर चुने गए, सपा-कांग्रेस का नहीं खुला खाता 

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   1 Dec 2017 7:04 PM GMT

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उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव परिणाम : भाजपा के 14 और बसपा के दो मेयर चुने गए, सपा-कांग्रेस का नहीं खुला खाता उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी।

लखनऊ (भाषा)। उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनावों में भाजपा ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया और महापौर की 16 सीटों के परिणाम घोषित किए जा चुके हैं, जिनमें 14 भाजपा के पक्ष में रहे जबकि मेरठ और अलीगढ़ के मेयर की सीटें बसपा के खाते में गई। महापौर चुनाव में सपा और कांग्रेस का खाता नहीं खुल सका है, बाकी सीटों पर भी भाजपा के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।

इसके अलावा नगर निगम पार्षदों के 1300 पदों में से अब तक घोषित 1172 परिणामों में भी भाजपा 544, सपा 173, बसपा 145 और कांग्रेस 89 सीटें जीत चुकी है।

राजधानी लखनऊ में भाजपा की महापौर प्रत्याशी संयुक्ता भाटिया ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा की मीरा वर्धन को पराजित किया। संयुक्ता भाटिया को 3,77,166 मत हासिल हुए जबकि मीरा वर्धन को 2,45,810 मत मिले। लखनऊ को पहली बार महिला महापौर मिली हैं।

अयोध्या-फैजाबाद नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रत्याशी ऋषिकेश जायसवाल ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा की गुलशन बिंदु को 3601 मतों से पराजित किया।

वाराणसी नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रत्याशी मृदुला ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की शालिनी को 78,843 मतों से पराजित किया।

सहारनपुर नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रत्याशी संजीव वालिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा के फजल उर्हमान को दो हजार मतों से पराजित किया।

मुरादाबाद नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रत्याशी विनोद अग्रवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के मोहम्मद रिजवान कुरैशी को 21 हजार 635 मतों से पराजित किया।

अलीगढ़ नगर निगम महापौर पद पर बसपा प्रत्याशी मुहम्मद फुरकान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के राजीव कुमार को 10 हजार 11 मतों से पराजित किया।

झांसी नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रत्याशी रामतीर्थ सिंघल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा के बृजेन्द्र कुमार व्यास को 16 हजार 373 मतों से पराजित किया।

फिरोजाबाद नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रत्याशी नूतन राठौर ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी ऑल इण्डिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन की मसरुर फातिमा को 42 हजार 396 मतों से पराजित किया।

नवगठित मथुरा नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रत्याशी मुकेश ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के मोहन सिंह को 22 हजार 108 मतों से पराजित किया।

गोरखपुर नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रत्याशी सीताराम जायसवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के राहुल को 75 हजार 972 मतों से पराजित किया।

कानपुर मेयर पद के लिए भारतीय जनता पार्टी की प्रमिला पांडेय चुनी गई। उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की वंदना मिश्रा को एक लाख से अधिक मतों से हराया।

गाजियाबाद की सीट भी भाजपा के खाते में गई है।

वर्ष 2012 के नगर निकाय चुनाव में भाजपा ने 12 में से 10 महापौर की सीटें जीती थीं। इस बार अयोध्या, फिरोजाबाद, मथुरा तथा सहारनपुर पहली बार नगर निगम के तौर पर चुनाव प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के नगर निकाय चुनाव में भाजपा को मिली जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति को देते हुए इसके लिए पार्टी के तमाम नेताओं और अपने मंत्रिमण्डलीय सहयोगियों को धन्यवाद दिया।

नगर निकाय चुनाव के विभिन्न पदों पर भाजपा की जीत सुनिश्चित होने से खुश योगी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश नगर निकाय चुनाव में भाजपा को मिली ऐतिहासिक विजय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास के विजन और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रणनीतिक कुशलता का परिणाम है।

उन्होंने कहा कि निकाय चुनावों का परिणाम प्रधानमंत्री द्वारा भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिये उठाये गये कदमों पर जनता की मुहर हैं. उन्होंने कहा, मैं विश्वास व्यक्त करता हूं कि हम उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा शत प्रतिशत परिणाम पाने के लिये अग्रसर होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, इन चुनाव परिणामों से सरकार में जवाबदेही का बोध बढ़ेगा। ये परिणाम हम सबको अधिक जवाबदेह बनाने और नगर निकायों को सक्षम बनाने के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं, उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव में जीत के लिए वह भाजपा के सभी पदाधिकारियों के साथ-साथ सभी मंत्रिमण्डलीय सहयोगियों, नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हैं।

मुख्यमंत्री ने निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रदेश के चुनाव आयोग तथा उसके अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया।

प्रदेश के 16 नगर निगमों, 198 नगर पालिकाओं और 438 नगर पंचायतों के लिए तीन चरणों में गत 22, 26 और 29 नवम्बर को कुल करीब 52.5 प्रतिशत मतदान हुआ था। सम्पूर्ण 652 निकायों की गणना के लिए प्रदेश में 334 मतगणना स्थल स्थापित किए गए हैं, जिनमें कुल 11,200 टेबल मतगणना के लिए लगाई गई हैं, मतगणना में कुल 56,000 कार्मिक नियुक्त किए गए हैं।

मतगणना की निगरानी के लिए मतगणना स्थल पर सी.सी.टी.वी. कैमरे तथा वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है।पहली बार नगर निकाय चुनाव में सभी पार्टियों ने अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा है। मतगणना के दौरान शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए समस्त जिलों में आज रात 12 बजे तक पूर्ण शराबबन्दी रहेगी। मतगणना के दौरान तथा निर्वाचन परिणाम घोषित होने के बाद किसी भी प्रकार के विजय जुलूस पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा।

सपा, बसपा और कांग्रेस एक-दूसरे के निकट रिश्तेदार : दिनेश शर्मा

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने रुझानों में भाजपा की बढ़त के बारे में कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस वैसे तो अलग लड़ रहे थे, लेकिन दरअसल वे एक-दूसरे के निकट रिश्तेदार बनकर लड़े। सपा और कांग्रेस यूपी के लड़के कहकर टायर-ट्यूब की तरह चुनाव लड़े थे, मगर वे पंक्चर हो गए। निकाय चुनावों के सम्भावित परिणाम हमारे लिए दायित्व बोध है।

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में नहीं बल्कि गड़बड़ी तो विपक्षी दलों की सोच में है, इन दलों ने जाति विशेष के लिए काम किया। उसे जनता ने नकारा है, हमारी सरकार ने सबका साथ, सबका विकास की नीति के तहत काम किया, जिसे जनता ने समर्थन दिया है।

यह बड़ी दुखद बात है कि जहां ईवीएम से वोट पड़े, वहां भाजपा को काफी बढ़त है. यह हमारे लिए चिंता की बात है, हम इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
राजपाल कश्यप विधान परिषद सदस्य सपा

मालूम हो कि प्रदेश के 16 नगर निगमों, 198 नगर पालिकाओं और 438 नगर पंचायतों के लिए तीन चरणों में गत 22, 26 और 29 नवम्बर को कुल करीब 52.5 प्रतिशत मतदान हुआ था। सम्पूर्ण 652 निकायों की गणना के लिए प्रदेश में 334 मतगणना स्थल स्थापित किए गए हैं जिनमें कुल 11,200 टेबल मतगणना के लिए लगाई गई हैं, मतगणना में कुल 56,000 कार्मिक नियुक्त किए गए हैं।

मतगणना की निगरानी के लिए मतगणना स्थल पर सीसीटीवी कैमरे तथा वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है।

पहली बार नगरीय निकाय चुनाव में सभी पार्टियों ने अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा है, इन चुनावों को वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले जनता का मन टटोलने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मतगणना के दौरान शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए समस्त जिलों में आज रात 12 बजे तक पूर्ण शराबबन्दी रहेगी। मतगणना के दौरान तथा निर्वाचन परिणाम घोषित होने के बाद किसी भी प्रकार के विजय जुलूस पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा।

लखनऊ के इतिहास में आज तक कोई भी महिला महापौर की कुर्सी पर नहीं बैठी। आजादी के बाद पहली बार लखनऊ की सीट महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है।लखनऊ में भाजपा की तरफ से संयुक्ता भाटिया, सपा से मीरा वर्धन तलवार, बसपा से बुलबुल गोदियाल और कांग्रेस से प्रेमा अवस्थी मैदान में हैं। भाजपा की तरफ से संयुक्ता भाटिया ने लखनऊ मेयर की सीट पर विजय प्राप्त की।

उप्र निकाय चुनाव तीन चरणों में संपन्न हुए थे। पहले चरण का मतदान 22 नवंबर, दूसरे चरण का 26 नवंबर और तीसरे चरण का 29 नवंबर को हुआ। यूपी में इस बार 653 निकायों में 12007 वाडरें में चुनाव हुआ था।

राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त एस के अग्रवाल ने बताया कि सभी 75 जिलों में मतगणना के लिए कुल 11,200 मेजों की व्यवस्था की गई है जिसमें से 6,000 अकेले 16 निगमों के लिए होंगे।

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उत्तर प्रदेश में 16 नगर निगमों के मेयर का फैसला होगा। अभी कानपुर, झांसी, मेरठ, वाराणसी, लखनऊ, आगरा, गोरखपुर मुरादाबाद, अलीगढ़ में बीजेपी इलाहाबाद में बीएसपी, बरेली और गाजियाबाद में एसपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार मेयर हैं।

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