उत्तर प्रदेश : जितनी बड़ी बिजली चोरी पकड़ी जाएगी, सूचना देने वालों को मिलेगा उतना बड़ा इनाम

Rishi MishraRishi Mishra   16 Aug 2017 6:41 PM GMT

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उत्तर प्रदेश : जितनी बड़ी बिजली चोरी पकड़ी जाएगी, सूचना देने वालों को मिलेगा उतना बड़ा इनामबिजली चोरी का एक दृश्य।

लखनऊ। ल्रगातार होती बिजली चोरी को रोकने के लिए पावर कॉरपोरेशन नई योजना शुरू करने जा रहा है। जिसके तहत आम लोग अगर बिजली चोरी की जानकारी देंगे तो उनको वसूले गए जुर्माने का 10 फीसदी तक भुगतान किया जाएगा। ऐसे में जितनी बड़ी बिजली चोरी पकड़ी जाएगी, उतना बड़ा इनाम सूचना देने वालों को मिलेगी। प्रदेश में सप्लाई की जाने वाली करीब 20 फीसदी बिजली चोरी हो जाती है। अगर ये चोरी रुक जाए तो प्रदेश में 24 घंटे बिजली देने में भविष्य में कामयाबी मिल सकेगी।

विद्युत निगम के आंकड़ों के मुताबिक सबसे बड़ी आबादी वाले उत्तर प्रदेश में बिजली चोरों के कारण विद्युत निगम को 400 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। इटावा में ही 71.32 फीसदी बिजली चोरी हो रही है। जनपद रामपुर में 52.44 फीसदी बिजली चोरी की जा रही है। बुंदेलखंड के जालौन में 60.34 फीसदी बिजली चोरी जारी है। वैसे देखा जाए तो उत्तर प्रदेश का गौतमबुद्धनगर ऐसा जनपद है, जहां बिजली चोरी मात्र 7.85 प्रतिशत है।

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सूबे में पावर कॉरपोरेशन के अभियंताओं की कहीं न कहीं लापरवाही के कारण बिजली संकट आज आम जनता के लिए सिरदर्द बन गया है। बीते साल विशेष चेकिंग अभियान चलाकर जहां करोड़ों रुपए का राजस्व कॉरपोरेशन के खजाने में आया था, वहीं बिजली चोरों पर भी महीनों तक नकेल भी कसी गई। इसके बावजूद बिजली चोरों पर पूरी तरह से शिकंजा नहीं कस सका।

किस जिले में कितनी बिजली चोरी

पावर कॉरपोरेशन के ताजे आंकड़ों पर गौर करें तो इटावा में 71.32 प्रतिशत बिजली चोरी जारी है, जबकि लखनऊ में 31.61, उन्नाव में 27.16, सीतापुर में 26.46, हरदोई में 25.11, लखीमपुर खीरी में 30.10, फैजाबाद में 41.84, अंबेडकरनगर में 36.62, सुल्तानपुर में 27.68, बाराबंकी में 29.81, छत्रपति शाहूजी नगर में 22.06, गोंडा में 53.08, बहराइच में 30.64, श्रावस्त्री में 38.62, वाराणसी में 31.75, गाजीपुर में 47.40, जौनपुर में 39.03, चंदोली में 36.86, मीरजापुर में 39.35, संतरविदास नगर (भदोही) में 58.64, सोनभद्र में 37.53, आजमगढ़ में 67.11, मऊ में 43.80, बलिया में 21.69, गोरखपुर में 34.46, महाराजगंज में 2.81, देवरिया में 36.06, कुशीनगर में 45.94, बस्ती में 38.55, संत कबीरनगर में 40.79, सिद्धार्थनगर में 40.62, सहारनपुर में 44.30, मुजफ्फरनगर में 33.78, शामली में 59.78, मेरठ में 32.20, बागपत में 45.23, गाजियाबाद में 19.15, पंचशीलनगर में 44.17, गौतमबुद्धनगर में 7.85, बुलन्दशहर में 40.92, बिजनौर में 32.87, मुरादाबाद में 32.72, संभल में 61.46, रामपुर में 52.44, ज्योतिबा फूलेनगर में 51.30, मथुरा में 36.77, आगरा में 33.59, फिरोजाबाद में 42.82, मैनपुरी में 62.10, अलीगढ़ में 31.16, महामायानगर में 53.24, एटा में 32.79, काशीरामनगर में 23.19, बरेली में 37.45, बदायूं में 34.28, शाहजहांपुर में 44.16, पीलीभीत में 35.65, फरुर्खाबाद में 58.32, औरैया में 38.53, कानपुर नगर में 28.93, कानपुर देहात में 36.08, प्रतापगढ़ में 34.45, फतेहपुर में 33.99, कौशांबी में 35.23, इलाहाबाद में 32.68 तथा कन्नौज में 63.08 प्रतिशत बिजली चोरी धड़ल्ले से हो रही है।

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नई योजना से जनता को करेंगे बिजली चोरी रोकने के लिए प्रेरित

400 करोड़ की बिजली चोरी का सीधा मतलब है कि प्रदेश के लोग बिजली चोरी पकड़वा कर अच्छा खासा पारितोषिक अर्जित कर सकते हैं। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि, हम चाहते हैं कि बिजली चोरी सबसे पहले रोकी जाए। प्रदेश में निर्बाध और सस्ती बिजली देने में सबसे बड़ी बाधा ही बिजली चोरी ही है। इसलिए हम लोगों को प्रेरित करेंगे। जो भी व्यक्ति बिजली चोरी करने वाले की सही सूचना देगा, विभाग ऐसे व्यक्ति को सम्मानित करेगा। उसको बिजली चोरी से अर्जित होने वाले राजस्व का एक हिस्सा पारि बतौर पारितोषिक दिया जाएगा। बहुत जल्द ही इस योजना को पावर कारपोरेशन में लागू किया जाएगा।

       

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