मध्यप्रदेश के गोना ज़िले की उर्मिला तिवारी (65 वर्ष) को उनके इकलौते बेटे ने ही भुला दिया, पांच साल से वृंदावन के आश्रम में अपनी ज़िंदगी काट रहीं हैं, लेकिन अब उनकी जैसी कई महिलाओं की जिंदगी संवरने वाली है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर लोक भवन में आयोजित महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में वृंदावन के मंदिरों में चढ़ाए गए फूलों से आश्रम सदनों की महिलाओं को सरस एवं सुगंध विकास केन्द्र कन्नौज के सहयोग से गुलाल, इत्र, धूप, अगरबत्ती आदि बनाने के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। साथ ही राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के माध्यम से प्रदेश के आठ जनपदों में कौशल विकास केन्द्र का शुभारम्भ किया गया।
इस मौके पर महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने इस मौके पर कहा, “आज का दिन हमारे के लिए गर्व का दिन है, आज महिलाओं का दिन है। आज का दिन इसलिए विशेष है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1975 को महिला दिवस घोषित किया गया।
उन्होंने आगे कहा, “आज महिलाओं की मदद के लिए आशा ज्योति केन्द्र चल रहा है, जहां पर 24 घंटे बेटियां फोन करती हैं। उनके लिए रेस्क्यू वैन चलायी गई है, जिसमें दो महिला काउंसलर और एक महिला पुलिस कर्मी रहमी हैं। इसकी मदद से अब बेटियों को थाने जाने की जरूरत नहीं पड़ती। अब तक सवा लाख से ज्यादा फोन आ चुके हैं, जिसमें 15 हजार लड़कियों की काउंसलिंग की जा चुकी है।”
मशहूर स्टोरी टेलर नीलेश मिसरा सुनाएंगे बदलाव की कहानियां
इस मौके पर महिला कल्याण विभाग के प्रयासों से महिलाओं व बच्चों के जीवन में आए सकरात्मक परिवर्तनों पर आधारित प्रेरणादायक कहानियों का रेडियो चैनलों के माध्यम से प्रसारण का शुभारंभ किया। ये कहानियां देश के मशहूर स्टोरी टेलर नीलेश मिसरा की आवाज में कई रेडियों चैनलों पर प्रसारित होंगी।
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इसके बारे में प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा, “इन कहानियों को हम रेडियो माध्यम से हम जन-जन तक पहुंचाएंगे, ताकि उसे लोग समझे जिससे हमारा समाज बेहतर हो सके।”
वृंदावन से आयी निराश्रित महिलाओं के लिए ये पहला मौका था, जब उन्हें रोजगार मिल रहा है। सरस एवं सुगंध विकास केन्द्र कन्नौज के सहयोग से 100 महिलाओं को ब्रज सुगंध कार्यक्रम के माध्यम से गुलाल, इत्र, धूप, अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम में पांच महिलाओं को प्रदेश के राज्यपाल श्रीराम नाईक, महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री प्रो. रीता बहुगुणा जोशी, महिला एवं बाल कल्याण राज्यमंत्री स्वाती सिंह मंच पर प्रशिक्षण किट दी।
कोलकाता की रहने वाली श्रेष्ठा चक्रवर्ती पिछले पांच साल से अपनी मां के साथ वृंदावन में रह रहीं हैं और पिछले दो साल निराश्रित गृह में रही हैं। श्रेष्ठा बताती हैं, “हमारा कोई सुनने वाला नहीं पहले मेरी मां विधवा हो गईं फिर मेरी शादी हुई तो मेरा पति मुझे मारता पीटता रहता, पांच साल पहले हम वृंदावन घूमने आए फिर यहीं के हो गए। अब लगता है कि हमारे जीवन में बदलाव आएगा, हमारे जीवन में खुशियां आएंगी।”
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उर्मिला तिवारी (65 वर्ष) कहती हैं, “हमें घर वालों ने तो भुला ही दिया है, लेकिन कोई तो है जो हमारे लिए कुछ कर रहा है। एक बेटा है उसने तो भुला ही दिया है, लेकिन एक बेटी है जिसके घर कभी-कभी जाती हूं।”
इस मौके पर राज्यपाल श्रीराम नाईक ने कहा, “जिस तरह से साईकिल का एक पहिया खराब हो जाए तो वो आगे नहीं चल पाती, उसी तरह जीवन में भी समानता लाना पड़ेगा, जीवन की गाड़ी आगे चल पाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की शुरूआत की है, जो एक अच्छी पहल है।”
राधाकृष्ण ने खेली फूलों की होली
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के कलाकारों ने कार्यक्रम के समापन पर फूलों की होली खेली।