महिलाओं को दुकान की तरफ आता देख ठेका बंद कर भागा ठेकेदार

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महिलाओं को दुकान की तरफ आता देख ठेका बंद कर भागा ठेकेदारकन्नौज जिले में एक बार फिर महिलाएं सड़क पर उतर आईं।

मोहम्मद परवेज, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

कन्नौज। देश की शीर्ष अदालत के निर्णय के बाद जगह-जगह शराब ठेकों और बियर की दुकानों का विरोध तेज हो रहा है। कन्नौज जिले में एक बार फिर महिलाएं सड़क पर उतर आईं।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश हाईवे से 500 मीटर दूरी पर शराब और बियर की दुकानें किए जाने की खबरें आजकल चर्चा में हैं। टेलीविजन और समाचार पत्रों में यह खूब छप रही हैं। इसे देखकर महिलाओं, बच्चों और कई पुरुषों में भी जागरूकता आ रही है। इसी के तहत गुरुवार को एक गाँव की महिलाएं चूल्हा-चौका छोड़कर बाहर निकलीं तो शराब ठेके वाला अपना शटर गिराकर भाग निकला। मौके पर मिला बियर विक्रेता तो किसी तरह महिलाओं से बच निकला, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने उसकी बोतलें लूट लीं।

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जिला मुख्यालय से करीब 14 किमी दूर राजकीय मेडिकल कालेज के निकट चल रहे शराब ठेके को हटाकर एक अप्रैल से सखौली गाँव के अंदर खोल दिया गया। उसी के निकट एक झोपड़ी में बियर की दुकान भी चलने लगी। बस इसी का विरोध गांव वालों ने कर दिया।

गांव की रंजना राजपूत (35) ने बताया, ‘‘बुधवार की शाम वह बाल्टी में पानी भरकर घर जा रही थी। इसी दौरान कुछ नशेड़ियों ने अभद्रता और गालीगलौज कर दी। इससे उनको खराब लगा।’ सुषमा राजपूत (25) ने बताया, कि "गांव में ‘ठेका खोला जाना मानक के विपरीत है। इसलिए सबने मिलकर विरोध किया है।‘‘

15 साल की सोनी ने बताया, ‘‘उसके पिता संतराम (30) पुत्र चुन्नीलाल शराब पीते थे। जिसकी वजह से बीमार पड़ गए। करीब डेढ़ साल पहले इलाज के लिए एक बीघा खेत बिक्री कर दिया गया, लेकिन पिता नहीं बच सके। मैं तीन बहने हैं। पिता न होने की वजह से काफी दिक्कतें होती हैं।’’

गाँव की ही गोल्डी राजपूत, रिंकी, अनुपम, गुड्डी, जसोदा, आषा देवी, मुन्नी, सुशमा, अंजू और किरन का दर्द है कि देर रात तक गाँव में शराब और बियर की दुकान खुली रहती है। इससे कई लोग परेशान रहते हैं। गालीगलौज तो आम बात हो गई है। ठेका बिना किसी अधिकारी से पूछकर खोला गया है। मुआयना नहीं किया गया। गांव वाले खासे परेषान हैं।

उधर, सूचना पाकर तहसीलदार तिर्वा ऋशिकांत राजवंषी और प्रभारी निरीक्षक आमोद कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने गाँव वालों से बात की। बाद में शिकायती पत्र लेकर चले गए। प्रभारी निरीक्षक ने माइक से ऐलान किया ‘‘उच्चाधिकारियों को गाँव के लोगों की बात से अवगत कराया जा रहा है। शांति व्यवस्था बनाए रखें। किसी तरह का उत्पात न मचाया जाए।’’

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