खराब जीवनशैली, मोटापे, मधुमेह जैसी बीमारियों से परेशान रोगियों को न सिर्फ नि:शुल्क इलाज का अवसर मिला, बल्कि सैकड़ों लोगों ने स्वस्थ रहने के गुर भी सीखे। यह मौका था नई दिल्ली में तीन दिन तक चले योगा एक्सपो 2018 में, जहां योग के साथ-साथ लोगों को आयुर्वेद, आयुष, यूनानी चिकित्सा पद्धतियों के बारे में जानकारी दी गई।
यूपी सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश में आयुष मिशन के तहत गांव-गांव आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर भी लगाए जा रहे हैं, जहां पर आयुर्वेदिक और यूनानी पद्धति से इलाज किया जा रहा है और स्वस्थ रहने के लिए योग के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।
इसी के तहत नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चार से छह मई तक आयोजित हुए योगा एक्सपो 2018 में कई गणमान्य अतिथियों ने सहभागिता निभाई। एक्सपो में उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी की ओर से विशेष रूप से स्टॉल लगाया गया, जिसका शुभारंभ जिला आयुर्वेद व यूनानी अधिकारियों ने किया। तीन दिनों में यहां 195 रोगियों का नि:शुल्क चिकित्सा के साथ दवा का वितरण भी किया गया।
यूनानी विधा के प्रोफेसर अब्दुल कवी द्वारा हिजामा या कपिंग विधि द्वारा 24 रोगियों की चिकित्सा की, जिसमें कमर्दर्द, घुटने के दर्द, उच्च रक्त चाप, नींद ना आना के रोगी विशेष थे। इतना ही नहीं, लोगों को कमरदर्द, साइटिका, सरवाइकिल स्पांडलाइटिस की चिकित्सा की भी जानकारी दी गई। लोगों ने जाना कि कैसे हम रोगों से बचने के लिए खान-पान में बदलाव कर रोगों से बच सकते हैं।
एक्सपो में योगा प्रशिक्षकों की ओर से स्कूल के बच्चों और लोगों को योगा आसन के प्रशिक्षण के साथ उनके लाभ के बारे में बताया गया। इस मौके पर जगदीश जी महाराज, कृष्णा दास एवं साध्वी भगवती ने भी सहभागिता निभाई।